500-1000 नोट बैन का निकाला तोड़, सरकार ने खुद दी खुली छूट

500 और 1000 के नोट बैनतेलंगाना। 500 और 1000 के नोट बैन के बाद लोग जरूरत की खरीदारी कैश के चक्कर में नहीं कर पा रहे हैं। लोग किसी तरह रोजमर्रा की जरूरतें पूरी कर पा रहे हैं। इस बीच नोटबंदी से पैदा हुई समस्या का तोड़ निकाला गया है। लोग बिना कैश और कार्ड के बाजार में आराम से शॉपिंग का मजा ले रहे हैं।

500 और 1000 के नोट बैन का तोड़

एक अनोखा एक्सपेरिमेंट तेलंगाना स्टेट मार्केटिंग डिपार्टमेंट ने किया है। 500 और 1000 नोट बैन के बाद रायथू बाजार में टोकन करेंसी चलाए जा रहे हैं। शॉपिंग करने के लिए कोई भी 500 रुपए तक का टोकन लेना पड़ता है। इसके लिए बैंक अकाउंट की जरूरत होती है, जो बस आधार कार्ड से लिंक हो।

खरीदारी के लिए जिनको टोकन चाहिए, उनका आधार नंबर मशीन में डाला जाता है। ग्राहक के  फिंगरप्रिंट स्कैन के जरिए पहचान कंफर्म की जाती है। इसके बाद पैसों का टोकन चाहिए, उतने पैसे बैंक अकाउंट से कट जाएंगे। इसका कन्फर्मेशन ग्राहक के मोबाइल पर आ जाएगा है।

ऐसे काम करती है टोकन करेंसी

जगह-जगह मोबाइल काउंटर्स इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट फाइनेंशियल कॉरपोरेशन (आईडीएफसी) की तरफ से लगाए गए हैं जहां 5, 10 और 20 रुपए के टोकन उपलब्ध हैं।

दुकानदार के अकाउंट में पहुंच जाएंगे पैसे

ग्राहक द्वारा बाजार से सामान के बाद दुकानदार इस टोकन को आईडीएफसी के काउंटर पर जाकर जमा करते हैं। टोकन जितने भी अमाउंट का होगा, उतने पैसे दुकानदार के अकाउंट में आ जाएंगे हैं।

टोकन के बदले दुकानदार ले सकते हैं पैसे

एक छोटा एटीएम मशीन भी आईडीएफसी के काउंटर पर रखा रहता है। अगर दुकानदार को टोकन के बदले कैश चाहिए तो उनको एटीएम से निकालकर दे दिया जाता है। अगर कोई दुकानदार कुछ पैसा कैश में चाहता है और कुछ पैसा बैंक में जमा करवाना चाहता है, तब ऐसा भी कर दिया जाता है।

लोग लगा रहे लाइन

500 और 1000 के नोट बैन के बाद कैश के चक्कर में पिछले कई दिनों से बाजार में फल और सब्जियां कम बिक रही थीं। टोकन सिस्टम के आने के बाद बाजार में दुकानदारों के पास ग्राहकों की कमी नहीं है।

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