26/11 के हमले में शामिल आतंकी को लाया जाएगा भारत, ट्रंप करेंगे मदद

मुंबई में 26/11 को हुए आतंकी हमले की सजिश में शामिल तहव्वुर हुसैन राणा को जल्द ही अमेरिका से भारत लाया जा सकता है. राणा इस मामले में अमेरिकी जेल में 14 साल की सज़ा काट रहा है.

इस मामले से जुड़े विश्वस्त सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पाकिस्तानी-कनाडाई नागरिक राणा की सज़ा की मियाद दिसंबर 2021 में खत्म हो रही है. ऐसे में भारत सरकार ट्रंप प्रशासन से मिल रहे ‘पूर्ण सहयोग’ के साथ राणा के प्रत्यर्पण के लिए जरूरी कागज़ी कार्रवाई पूरी करने में जुटी है.

सूत्रों ने पीटीआई से कहा, ‘राणा की जेल की सज़ा पूरी हो जाने के बाद उसे भारत प्रत्यर्पित किए जाने की प्रबल संभावना है. हम (अमेरिकी और भारतीय अधिकारी) इस पर काम कर रहे हैं.’

बता दें कि मुंबई में 26/11 को हुए इस आतंकी हमले में अमेरिकी नागरिकों सहित करीब 170 लोग मारे गए थे. पाकिस्तान स्थिल लश्कर ए तैयबा के 10 आतंकियों ने मुंबई में यह कत्लेआम मचाया था. उनमें से नौ आतंकियों को तो पुलिस और सुरक्षाबलों ने मार गिराया था. वहीं अजमल कसाब नाम के आतंकी को गिरफ्तार किया गया था, जिसे बाद में फांसी की सज़ा सुनाई गई थी.

तहव्वुर राणा को इस आतंकी हमले की साजिश रचने के आरोप में वर्ष 2009 में गिरफ्तार किया गया था और वर्ष 2013 में उसे 14 साल जेल की सज़ा सुनाई गई थी, जो दिसंबर 2021 में पूरी हो जाएगी.

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भारत का विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय तथा कानून एवं विधि मंत्रालय और अमेरिकी विदेश मंत्रालय और न्याय मंत्रालय सभी की अपनी प्रत्यर्पण प्रक्रिया है. उसने कहा कि जब प्रत्यर्पण की बात आती है तो वे अपनी प्रक्रिया को ना धीमा करना चाहते हैं और ना ही तेज करना चाहते हैं. भारतीय दूतावास और राणा के वकील ने हालांकि इस पर कोई टिप्पणी नहीं की.

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