सोमवार को दिल्ली में वकीलों की सबसे बड़ी हड़ताल , वजह हैं बेहद गंभीर…

सोमवार को दिल्ली में वकीलों और पुलिस की भिड़ंत के बाद बार एसोसिएशनों ने 24 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया है.बतादें की सोमवार को काम बहिष्कार करने और विरोध का समर्थन का अनरोध किया गया हैं.

 

 

खबरो की माने तो डीएचसीबीए प्रत्येक अदालत में प्रॉक्सी वकील की प्रतिनियुक्ति करेगा और प्रॉक्सी वकील की सूची विधिवत प्रसारित की जाएगी. डीएचसीबीए ने दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डीएन पटेल से इस घटना की तत्काल न्यायिक जांच के आदेश देने और आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करने का आग्रह किया. वकीलों के एसोसिएशन ने मांग की है कि आरोपी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए.

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जहां इस बीच, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) ने कहा कि उसके अध्यक्ष, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष, बार काउंसिल ऑफ दिल्ली के अध्यक्ष और भारत के मुख्य न्यायाधीश और दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने घटना का संज्ञान लिया है.

पूरी घटना को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डीएन पटेल वरिष्ठ जजों के साथ शनिवार को 5 घंटे से अधिक लंबी बैठक की. हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल दिनेश कुमार शर्मा ने कहा कि झड़प की खबर मिलने के बाद चीफ जस्टिस ने इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करने के लिए अदालत के सात वरिष्ठतम न्यायाधीशों के साथ एक बैठक बुलाई.

उन्होंने कहा कि बैठक में पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी शामिल हुए थे. बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि एफआईआर दर्ज की गई और जांच जारी है.

दरअसल दिनेश कुमार शर्मा ने कहा कि हाई कोर्ट पूरी घटना पर कड़ी नजर रखेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.

अधिकारियों और चश्मदीदों के मुताबिक, दिल्ली में शनिवार दोपहर को तीस हजारी कोर्ट परिसर में वकील और पुलिस आपस में भिड़ गए, जिसमें कम से कम 10 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हो गए. वकीलों ने दावा किया कि उनके चार साथी घायल हो गए, जिनमें एक पुलिस गोलीबारी में घायल हुआ, लेकिन पुलिस ने इस बात से इनकार किया कि उसने गोली चलाई थी.

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