सालों से बिना किसी ईंधन के जल रही है इस मंदिर की भट्टी, जानें कैसे हुआ ये चमत्कार…
हमारे देश में कई सारे प्राचीन धार्मिक स्थल हैं। हर एक की अपनी विशेषताएं और कहानियां हैं जिसके बारे में जानकर लोग हैरान रह जाते हैं।
आज हम आपको एक ऐसे ही मंदिर की अजीबोगरीब रहस्य के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे बिना देखें उस पर यकीन कर पाना वाकई में संभव नहीं है।
हम यहां वृंदावन में स्थित श्री राधारमण मंदिर की बात कर रहे हैं जहां पिछले 477 सालों से एक भट्टी लगातार जल रही है।
कई वर्षों से जल रही इस भट्टी का उपयोग ठाकुर जी की रसोई तैयार करने के लिए किया जाता है। श्री राधारमण मंदिर में दीपक जलाने से लेकर प्रसाद तैयार करने में भी इस भट्टी का इस्तेमाल किया जाता है।
इस भट्टी व रसोई के बारे में बताते हुए सेवायत श्रीवात्स गोस्वामी कहते हैं कि यह भट्टी हमेशा जलती रहती है। हर रोज इस्तेमाल में आने वाली 10 फुट की इस भट्टी को रात के वक्त ढक दिया जाता है।
सबसे पहले इसमें लकड़ियां डाली जाती हैं और इसके बाद ऊपर से राख उढ़ा दी जाती है ताकि इसकी ज्वाला शांत न हो। दूसरे दिन सुबह फिर से उपले व लकड़ियों को इसमें डालकर जला दिया जाता है।
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मंदिर के दूसरे सेवायत आशीष गोस्वामी ने कहा कि रसोई के अंदर बाहर का कोई व्यक्ति घुस नहीं सकता है। सिर्फ सेवायत ही अंदर प्रवेश कर सकते हैं और वह भी केवल धोती पहनकर।
एक बार अंदर जाने के बाद पूरा प्रसाद बनाकर ही बाहर आ सकता है अन्यथा नहीं। अगर किसी कारणवश बाहर जाना भी पड़े तो दोबारा अंदर घुसने के लिए फिर से नहाना पड़ेगा।