सर्दियों में भी करना चाहते हैं जमकर मस्ती तो जाएं उत्तराखंड की इन जगहों पर

नई दिल्ली। उत्तराखंड वैसे तो देवभूमि के नाम से ही पहचानी जाती है। यहां के चारधाम और मंदिरों की प्रसिद्धि से हर कोई वाकिफ भी है। इनके अलावा यहां कई दिलकश और आकर्षक हिल स्टेशन्स भी है। राजधानी होने के कारण देहरादून और उसके आस-पास स्थित ऋषिकेश, हरिद्वार और मसूरी को भी यहां आने वाले पर्यटक करीब से जानते हैं।

लेकिन देवभूमि के कई पर्यटक स्थल ऐसे भी हैं जिनकी जानकारी देसी-विदेशी पर्यटकों को नहीं हैं। जबकि इन स्थलों पर जाकर उन्हें शांति, हरियाली और प्रकृति के बेहद आकर्षक और मनोरम नजारे देखने को मिलेंगे। पहाड़ों के उन स्थलों के बारे में हम आपको बता रहे हैं जहां जाकर आपको एक अद्भुत और नया अहसास जरूर होगा।

असकोट – पिथौरागढ़ और धारचूला के बीच स्थित असकोट कस्तूरी मृग अभ्यारण्य के तौर पर जाना जाता है। अभ्यारण्य के ठीक सामने गरखा की उपजाऊ ढलानें हैं जबकि इसके बायीं ओर नेपाल की पहाड़ियां और काली नदी है। पाइनस, क्विरकस और पहाड़ी फलों के पेड़ यहां की सुंदरता को न केवल बढ़ाती है बल्कि किसी को भी अपनी ओर आकर्षित करती है।

कौसानी – सुरम्य वादियों में बसे कौसानी के नजारे अपने आप में बेहद दिलकश और हसीन हैं। यहां स्थित अनाशक्ति आश्रम में ही महात्मा गांधी ने अनाशक्ति योग के बारे में काफी कुछ लिखा था। यहां की प्राकृतिक सुंदरता के चलते ही गांधी परिवार भी गर्मियों में यहां छुट्टियां बिताना बहुत पसंद करता है।

रानीखेत – अल्मोड़ा जिले में स्थित रानीखेत न केवल पर्यटन स्थल के रूप में बल्कि कैंट क्षेत्र के तौर पर भी जाना जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि राजा सुधारदेव ने किसी बात पर अपनी रानी पद्मिनी का दिल जीता था तभी से इस स्थान का नाम रानीखेत पड़ा। यहां स्थित देवदार और ओक के घने जंगलों के कारण गुलदार और पहाड़ी बकरियां भी बड़ी संख्या में मिलती हैं।

लोहाघाट – चंपावत जिले में स्थित लोहाघाट बहुत ही आकर्षक और सुंदर हिल स्टेशन है। कई लोग इसकी खूबसूरती को देखते हुए इसकी तुलना धरती के स्वर्ग यानी कश्मीर से भी करते हैं। लोहाघाट से जुड़ी कई ऐतिहासिक और पौरणिक मान्यतायें भी हैं। यहां मनायी जाने वाली होली और जन्माष्टमी पहाड़ ही नहीं पूरे देश में प्रसिद्ध है।

चोपता – उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल के रुद्रप्रयाग जिले में चोपता है। यहां की शांत, हसीन और प्राकृतिक वादियों को देखकर कई लोग इसे मिनी स्विटज़रलैंड भी कहते हैं। चोपता में प्रकृति के विभिन्न रूपों की अद्भुत छटा हर कहीं देखी जा सकती है। यहां की वनस्पतियां, पेड़, पौधे, जीव और जंतुओं सभी में कुछ नया देखने को मिलता है। सर्दियों के मौसम में यहां बर्फबारी से खूबसूरती दोगुनी हो जाती है और हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करती है।

धनौल्टी – मसूरी से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित धनौल्टी भी बेहद सुंदर हिल स्टेशन है। घने देवदार, ओक और अन्य पहाड़ी फलों से घिरे पेड़ों से यहां का नजारा बेहद आकर्षक होता है। गर्मियों में यहां आपको हर समय ठंड का अहसास तो होगा ही जबकि सर्दियों में होने वाली बर्फबारी भी आपको खूब लुभायेगी।

LIVE TV