
सरयू, राप्ती व गोर्रा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। तटवर्ती गांवों में दहशत का माहौल है। 24 घंटे से सरयू नदी का जलस्तर स्थिर है। राप्ती के जलस्तर में पांच और गोर्रा के जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है।

रुद्रपुर संवाददाता के अनुसार शनिवार की शाम गेज प्वाइंट भेड़ी के समीप राप्ती 70.65 मीटर और गेज प्वाइंट पिड़रा के समीप गोर्रा 71.00 मीटर पर बह रही थी। वहीं शुक्रवार की शाम राप्ती 70.60 मीटर और गोर्रा 70.90 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। दोनों नदियों का लाल निशान 70.50 मीटर है।
बरहज व कपरवार संवाददाता के अनुसार सरयू नदी में बाढ़ से आबादी और फसलें डूबी है। भदिला प्रथम गांव राप्ती नदी और विशुनपुर देवार के 20 टोले बाढ़ के पानी से घिरे हैं। थानाघाट पर बने मापक के अनुसार शनिवार को सरयू नदी खतरे के निशान से 1.10 मीटर ऊपर बह रही है लेकिन स्थिर है। नदी 67.60 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। बाढ़ का पानी कपरवार से बेलडाड़ तक रामजानकी मार्ग से सट कर बह रहा है।
———————–
शनिवार व शुक्रवार को सरयू नदी का जलस्तर 67.60 मीटर -खतरे का निशान 66.50 मीटर
-नदी खतरे के निशान से 1.10 मीटर ऊपर स्थिर है भागलपुर: सरयू नदी का जलस्तर 65.580 मीटर पहुंच गया है जो खतरे के निशान से 158 सेमी ऊपर है। नदी 24 घंटे में छह सेमी बढ़ी है।
——————–
बाढ़ चौकियों को सतर्क रहने के लिए निर्देश दिया गया है। बांधों की निगरानी की जा रही है। पानी से घिरे लोगों के लिए नाव का इंतजाम किया गया है।
उमेश कुमार मंगला
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व