हांगझोउ। हमेशा भारत को आंख दिखाने वाले चीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यहां के हांगझोउ शहर पहुंचते ही अपने सुर बदल लिए हैं। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुई मुलाकात के बाद जिनपिंग ने कहा कि भारत के साथ मुश्किल से रिश्ते बने हैं, इन्हें हम बिल्कुल भी बिगड़ने नहीं देंगे।
शी जिनपिंग को आई समझ
पीएम मोदी और शी की मुलाकात को दोनों देशों के संबंधों में आई कड़वाहट को ध्यान में रखते हुए काफी अहम माना जा रहा है। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपेक) सहित कुछ ऐसे मुद्दे हैं, जिनको लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच हाल में थोड़ा तनाव देखने को मिला है। वहीं दूसरी तरफ जी-20 के नेताओं की बैठक से इतर मोदी और शी के बीच की यह बैठक आज सुबह हांगझोउ वेस्ट लेक स्टेट गेस्टहाउस में हुई।
इस मुलाकात में जिनपिंग ने पीएम मोदी से कहा कि दोनों देशों को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए और अपने मतभेदों को सुलझाने के लिए बातचीत का रास्ता अपनाना चाहिए। जिनपिंग ने कहा कि हम एक दूसरे की चिंताओं का सम्मान करते हैं और विवादों वाले मुद्दों को रचनात्मक बातचीत से हल करें। कड़ी मेहनत से बने चीन-भारत के रिश्तों को बरकरार रखने के लिए चीन कड़ी मेहनत की इच्छा रखता है। वहीं मोदी ने कहा कि भारत-चीन साझेदारी इस क्षेत्र और पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है।