शराबबंदी में सामाजिक सहयोग भी जरूरी

सुपौल। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां गुरूवार को कहा कि शराबबंदी के लिए केवल कठोर कानून नहीं, बल्कि सामाजिक सहयेाग भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि देश को आगे जाने के लिए शराबमुक्त भारत की जरूरत है। नीतीश अपनी निश्चय यात्रा के चैथे चरण में सुपौल में ‘चेतना सभा’ को संबोधित करते हुए इशारों ही इशारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह पर तंज कसते हुए कहा, “हमलोग जुमलों पर नहीं, बल्कि काम करने में भरोसा रखते हैं।”

शराबबंदी के लिए

उन्होंने कहा कि कई लोग बिहार की छवि बिगाड़ने की कोशिश करते हैं, लेकिन यहां आपराधिक घटनाओं में लगातार कमी आ रही है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बिहार में दिल्ली से अपराध कम हैं, फिर भी बिहार को बदनाम किया जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में सर्वाधिक युवाओं की आबादी बिहार में निवास करती है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार कोई भी काम बिना तैयारी के नहीं करती है। सरकार की ओर से लागू की गई ‘स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना’ लाभकारी है। राज्य में शिक्षण संस्थानों की कमी और पारिवारिक निर्धनता को दूर करने के लिए सरकार कृतसंकल्पित है।

इससे पहले नीतीश कुमार ने सुपौल के बलहा गांव में तीन वाडरें के विकास कार्यों का जायजा लिया।

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