लोकसभा चुनाव: चुनाव आयोग ने पक्षपात करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का किया आह्वान, दिए ये निर्देश

भारत निर्वाचन आयोग ने शनिवार को सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को पक्षपात करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। चुनाव आयोग का यह कदम “प्रलोभन-मुक्त” लोकसभा चुनाव सुनिश्चित करने और सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर प्रदान करने के लिए उठाया गया है।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने और पक्षपात करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए सभी डीएम और एसपी को निर्देश जारी किए गए हैं। राजीव कुमार ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, “अत्याधुनिक स्तर पर काम करने वाले कनिष्ठ अधिकारियों के साथ समान अवसर के लिए निष्पक्षता सुनिश्चित करें। सभी डीईओ (जिला चुनाव अधिकारियों) को राजनीतिक दलों द्वारा दर्ज की गई शिकायत पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।” उन्होंने कहा, ”वर्तमान में कोई भी शिकायत लंबित नहीं है और सभी समस्याओं का संतोषजनक समाधान कर दिया गया है।”

चुनाव आयुक्त अरुण गोयल के साथ आये कुमार ने अधिकारियों से प्रतिरूपण के मामलों की जांच करने को भी कहा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि जो लोग चुनाव प्रक्रिया से संबंधित फर्जी गतिविधियों में शामिल हैं, उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। कुमार ने कहा, “झंडे के आकार को परिभाषित करने के लिए एसओपी सभी पर समान रूप से लागू होनी चाहिए। डाक मतपत्रों की गिनती पहले होनी चाहिए। ईवीएम की आवाजाही आधिकारिक वाहनों में होनी चाहिए और वाहनों को जीपीएस ट्रैकिंग से लैस किया जाना चाहिए।”

मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी कहा कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात मतदाताओं को अपना डाक मत मतदाता सुविधा केंद्र पर डालना चाहिए। उन्होंने कहा कि फर्जी खबरों से निपटने के लिए जिला स्तर पर एक सोशल मीडिया सेल बनाया जाना चाहिए ताकि “झूठी खबरों से तुरंत निपटा जा सके”। मुख्य चुनाव आयुक्त ने आगे कहा कि मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए लक्षित हस्तक्षेप की जरूरत है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा भी उपस्थित थे।

LIVE TV