रिवर फ्रंट घोटाला- लखनऊ समेत कई ठिकानों पर CBI की छापेमारी

निधि सिंह

रीवर फ्रंट घोटाले में लखनऊ सहित कई राज्यों और अलग-अलग जिलों में कई ठिकानों पर सीबीआई ने छापेमारी की है। सीबीआई ने यूपी के साथ-साथ पश्चिम बंगाल और राजस्थान में भी छापेमारी की है। लखनऊ के अलावा सीबीआई ने नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, रायबरेली, सीतापुर, इटावा, और आगरा में छापेमारी की गई है। इस मामले में कई अफसरों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है।

रिवर फ्रंट घोटाले के आरोप अक्सर समाजवादी पार्टी सरकार पर लगते रहे हैं। सपा सरकार में गोमती के किनारे रिवर फ्रंट बनवाया गया था। जिसका सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रचार करते रहे हैं। 2017 में भाजपा सरकार के आने पर मामले की जांच कही गई थी जिसके बाद कई अफसरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। मामले में फिर से छापेमारी का दौर शुरु हो चुका है। 1500 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच फिलहाल सीबीआई कर रही है। प्रवर्तन निदेशालय भी मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज कर जांच कर रहा है। अप्रैल 2017 में प्रदेश सरकार ने रिवरफ्रंट घोटाले की न्यायिक जांच के आदेश दिए थे।

गोमती नगर थाने में जांच के बाद कई अधिकारियों के खिलाफ कमेटी ने एफआईआर दर्ज कराई थी। उसी एफआईआर को आधार बनाकर सीबीआई ने रिपोर्ट दर्ज की थी। इंजीनियर रूप सिंह की गिरफ्तारी इस मामले में कुछ ही दिन पहले की गई थी। रिवर फ्रंट परियोजना के तहत अकेले सिंचाई विभाग ने 800 से अधिक टेंडर जारी किए थे। नियमों को दरकिनार कर ठेकेदारों को काम दिया गया था। उस समय लखनऊ खंड शारदा नहर के अधिशासी अभियंता रूप सिंह के खिलाफ सीबीआई को पर्याप्त सुबूत मिले थे।

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