बिगड़ जाएंगे मायने, अगर अच्छे रिलेशनशिप में भूल से भी की ये बाते
ना करें ऐसी बातें
स्वस्थ रिलेशनशिप में एक-दूसरे को समझने और एक-दूसरे का सम्मान बहुत जरूरी होता है। लेकिन कई बार इन नजदीकियों के चलते हम कुछ ऐसी बातें बोल जाते हैं जो रिश्तों को खराब भी कर देती हैं।
एक दूसरे के साथ अच्छे संबधों को बनायें रखने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। कई बार हमें पता भी नहीं चलता और छोटी-छोटी बातों से रिश्ते टूट जाते हैं। इसलिए रिलेशनशिप में इन बातों से परहेज करें।
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”क्यों”
अगर आप किसी के साथ नजदीकियां बढ़ाना चाहते हैं तो क्यों जैसे शब्दों से परहेज आपके लिए अच्छा रहेगा। ये एक छोटा सा शब्द कई बार आपकी बातों का मतलब ही बदल देता है।
हो सकता है किसी बात को पूछने के लिए आपका इरादा अच्छा हो लेकिन ये शब्द उसका मतलब बदल दे। इस छोटे से शब्द में अकसर लोगों को खुद को जवाब देने पर मजबूर कर देता है, जो रिश्ते के लिए अच्छा नहीं होता है। क्यों पूछने की जगह आप क्या और कैसे शब्दों का चयन करें। ताकि सामने वाला अपनी बात को खुलकर आपसे शेयर कर सकें।
“तुम्हें जरूरत है..”
किसी भी रिलेशनशिप की डिक्शनरी में तुम शब्द बड़ा ही अजीब होता है। ये लोगों को पास भी लाता है और कई बार दूरियों को बढ़ा देता है। कई बार अब हम अपने साथी को कुछ करने के लिए बोलते हैं तो सही शब्द अलग सा हो जाता है।
इस शब्द का प्रयोग करने से पहले जरूरी है कि इससे बात की शुरूआत ना हो, जैसे तुम्हे ऐसा करना चाहिए या तुम्हें ये करने की जरूरत है। ये लाइन आपके रिलेशन को खराब कर सकती है। किसी भी रिश्तें में हमेशा अपनी राय देना ही ठीक नहीं होता है। रिश्तों को बढ़ने दें। जरूरत हो तो सलाह की तरह बताएं।
“आई एम सॉरी अगर…”
किसी के लिए भी अपनी गलतियां मानना आसान नहीं होता है। लेकिन दूसरों की खुशी के लिए कई बार हम मान तो जाते है पर अहसान जताना नहीं भूलतें। बस यही आपके रिश्तों में दूरियां ला सकता है।
हम अक्सर माफी मांगते समय कह देते है अगर तुम्हे बुरा लगा तो,, इससे ये साफ हो जाता है कि आप अपनी गलती मानते नहीं है। ये कहने कि बजाय आप साफ और सीधी तरह आई एस सॉरी कहे तो ज्यादा बेहतर रहेगा। ये रिश्तों को आगे बढ़ने का मौका देगा।
“तुम ऐसे क्यों नहीं…”
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रिश्तों में कई बार झगड़ें भी होते है, लेकिन वो इतने बड़े नहीं होते कि रिश्ता ही खत्म कर दिया जाए। तुम क्यों नहीं जैसे अधूरे वाक्य कई बार रिश्तों में भी अधूरापन छोड़ जाते है।
इस वाक्य में पहले से ही तुम और क्यों शामिल है। परेशानी होना तो जायज ही होगा ना। आपका साथी जब आपसे कोई समस्या शेयर करता है तो कभी भी ना बोले कि तुमने फलां के जैसे क्यों नहीं किया।
ये आपके रिश्तों में खटास ला सकता है। अगर आपका साथी आपके साथ कुछ शेयर कर रहा तो उसकी बातों को ध्यान से सुनें और उसके मांगने पर ही सलाह दें।
“नहीं अभी नहीं”
आजकल की जीवनशैली में एक दूसरे के लिए समय निकालना मुश्किल जरूर होता है, पर ये जरूरी भी उतना ही होता है। कई बार अपना काम छोड़कर बात सुनना संभव नहीं होता है।
लेकिन ये करना जरूरी है क्योंकि ये आपके रिश्ते को मजबूत करता है। आपको रिश्तों में सुरक्षित भी महसूस कराता है। अगर आप बहुत बिजी है तो कह सकते है कि बस 10 मिनट का समय दे दों फिर बैठकर आराम से बात करते है।
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कमेंट ना करें
अपने पार्टनर पर बेवजह कमेंट ना करें। तुम मोटी हो या तुम्हारे तो बाल ही नहीं हैं, जैसी छोटी – छोटी बातों को तकरार का विषय न बनाएं। मजाक की बातों को मजाक में ही खत्म कर दें।
अगर आप छोटी-छोटी बातों को लेकर लड़ेंगे , तो ऐसे में आपके आपसी रिलेशन में दरार आ जाएगी। वैसे एक हेल्दी रिलेशन वही है , जिसमें पार्टनर में थोड़ा – बहुत हंसी – मजाक चलता रहे। कोशिश करें कि आपकी रिलेशनशिप होता रहे। अपने रिलेशन को एकदम गंभीर ना बनने
रिश्ते में ‘हम’ का महत्व
जब भी हम किसी के लिए कुछ करते हैं तो उसे जताना नहीं भूलते। अगर विवाहित दम्पती के बीच ‘मैं’ आ जाए तो रिश्तों में दरारे पडनी शुरु हो जाती हैं। लेकिन जब आप ‘मैं’ से हटकर ‘हम’ पर आते हैं तो रिश्ते में दूसरे व्यक्ति के महत्व को दर्शाते हैं।
अतः आप समझते हैं कि आप द्वारा लिया गया कोई भी फौसला दूसरे के जीवन को प्रभावित करता है। रिश्ते को निभाना किसी एक का नहीं बल्कि दो लोगों का काम होता है।