अधिकारी ने उठाया पतंजलि फूड पार्क पर सवाल, कर दिया गया ट्रांसफर

पतंजलिनई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि कंपनी व्यापार क्षेत्र में एक नई क्रान्ति ला चुकी है। पतंजलि की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए रामदेव स्वदेशी प्रोडक्ट को बनाने के लिए अपने इस व्यापार को लगातार बढ़ाते जा रहे हैं। इसी क्रम में पिछले साल महाराष्ट्र सरकार की तरफ से बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के फूड पार्क के लिए खरीदी जाने वाली जमीन पर 75 प्रतिशत छूट देने की बात कही गई थी। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड का यह प्लांट नागपुर में लगना तय हुआ था।

आरटीआई के द्वारा ली गई जानकारी के आधार पर सामने आया है कि यह निर्णय लागू नहीं किया जा सका था क्योंकि सीनियर ब्यूरोक्रेट्स और फाइनैंशल रिफॉर्म्स के प्रिंसिपल सेक्रटरी विजय कुमार ने ‘प्राइज वार’ के इस मु्द्दे पर सवाल उठाया था।

फाइनैंशल कैलकुलेश के दौरान मार्च में जब कुमार ने इस मुद्दे पर सवाल उठाया तो कथित तौर पर अप्रैल में उनका ट्रांसफर कर दिया गया।

आपको बता दें सामान्य नियमों के मताबिक किसी अधिकारी का एक बार ट्रांसफर होने के बाद उसे कम से कम तीन साल का वक्त दिया जाता है। पर विजय कुमारका ट्रांसफर एक साल के अन्दर ही कर दिया गया।

वहीं राज्य के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि पूरी प्रक्रिया एकदम पारदर्शी है। आवंटन के दौरान नियमों की पालना किया गया है। जहां तक कुमार के ट्रांसफर की बात है, यह एक रुटीन प्रोसेस है। उन्हें उनकी पसंद की पोस्टिंग दे दी गई है।

आपको जानकार ये आश्चर्य होगा कि एमएडीसी के रेट के अनुसार इस एरिया में जमीन की कीमत 1 करोड़ प्रति एकड़ तय है, लेकिन पतंजलि को यह जमीन फूड पार्क के लिए 25 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से देने की बात कही जा रही है। पिछले साल अगस्त में पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड को 230 एकड़ जमीन 58.63 करोड़ रुपये में 66 साल की लीज पर दी गई थी।

LIVE TV