पद संभालने से पहले ही कर्मठ योगी ने तैयार की रणनीति, इन फार्मूलों से बदलेंगे यूपी की सूरत

योगीलखनऊ। भाजपा ने जिस तरह देश के सबसे बड़े सियासी सूबे में अपनी ऐतिहासिक जीत की इबादत लिखी थी। उसके बाद सीएम पद का ऐलान कुछ उसी तरह का आगाज लेकर आया और इस सीएम योगी के साथ दो नए अवतार डिप्‍टी सीएम के रूप में सामाने आ चुके हैं। भाजपा की एतिहासिक जीत की तरह ही प्रदेश में दो डिप्‍टी सीएम बनाए जाना अपने आप में एतिहासिक कदम है। रविवार को योगी के पद संभालते ही प्रदेश में मिशन 2019 पर अमल शुरू कर दिया जाएगा।

भाजपा के फायर ब्रांड नेता सांसद योगी आदित्यनाथ अब तक चाहे जैसी भी राजनीति करते रहे हों, लेकिन इस पद पर आने के बाद उन्‍हें सभी वर्गों, धर्मों और सांप्रदायों का ख्‍याल रखने की रूपरेख तय कर ली है। शायद अब उनकों अपने कंधों पर बड़ी जिम्‍मेदारी का अहसास है। इसी अहसास ने उन्‍हें पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाक्टर दिनेश शर्मा और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को उपमुख्यमंत्री बनवाया है। ऐसा पहली बार हुआ है,  जब उत्तर प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं।

योगी ने बनाई प्रदेश के विकास की रणनीति
योगी की इस पहल पर पार्टी के चुनाव प्रभारी ओम माथुर ने योगी, केशव मौर्य और दिनेश शर्मा को माला पहनाकर स्वागत किया और मिठाई खिलाई। योगी ने विधायकों से कहा कि यूपी में गुंडाराज का अंत हो गया है. विकास के लिए सभी की मदद चाहिए। यूपी बड़ा राज्य है इसलिए इसे चलाने के लिए दो सहयोगी चाहिए। उन्होंने कहा, प्रदेश केंद्र की तर्ज पर आगे बढ़ेगा।

यूपी में सत्ता का अगड़ा-पिछड़ा फ़ॉर्मूला 
भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखा है। इसी के तहत सत्ता का अगड़ा-पिछड़ा फ़ॉर्मूला बनाया गया है। कहा जा रहा है कि भाजपा ने क्षत्रिय-ब्राह्मण और अति पिछड़ा का गठजोड़ बनाने की कोशिश की है। मंत्रिमंडल का विस्तार भी इसी फ़ॉर्मूले पर किया जाएगा। केंद्र की तर्ज पर भाजपा सहयोगी दलों को भी मंत्रिमंडल में जगह देगी।

जानलेवा हमले के बाद भी कम नहीं हुए तेवर

योगी आदित्यनाथ अक्सर अपने फायर बिग्रेड तेवर और विवादित बयानों से चर्चा में रहे हैं। उनपर जानलेवा हमला होने के बाद भी योगी के तेवर नहीं बदले। 7 सितंबर 2008 को योगी आदित्यनाथ पर आजमगढ़ में जानलेवा हमला हुआ था। इस हमले में सौ से अधिक वाहनों को हमलावरों ने घेर लिया और लोगों को लहूलुहान कर दिया था। योगी को गोरखपुर दंगों के दौरान गिरफ्तार भी किया गया।

मोहर्रम के दौरान फायरिंग में एक हिन्दू युवा की जान चली गई थी पर अधिकारियों ने उन्हें जानकारी दी कि वह बुरी तरह जख्मी है और उन्हें वहां जाने से रोक दिया गया। ज़िद पर अड़े योगी ने अगले दिन शहर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करने की घोषणा की और जब जिलाधिकारी ने इसकी अनुमति नहीं दी तो हजारों समर्थकों के साथ उन्होनें अपनी गिरफ्तारी दी।

योगी की लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि उनकी गिरफ्तारी होते ही मुंबई-गोरखपुर गोदान एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे फूंक दिए गए। यह दंगे पूर्वी उत्तर प्रदेश के छह जिलों और तीन मंडलों में भी फैल गए। उनकी गिरफ्तारी के अगले दिन ही जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारियों का तबादला हो गया।

आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में भाजपा के चौथे और कुल 21वें मुख्यमंत्री होंगे। इससे पहले कल्याण सिंह, रामप्रकाश गुप्ता तथा राजनाथ सिंह प्रदेश की भाजपा सरकारों में मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इनमें से कल्याण सिंह दो बार मुख्यमंत्री रहे हैं। रविवार को दोपहर 2.15 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह मौजूद रहेंगे।

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