अब नहीं सुनाई देगा पीएम मोदी का भाषण, जनहित में किया डिलीट

मोदी की नोटनई दिल्ली। पिछले हफ्ते सोशल मीडिया पर छाई रही करेंसी की परख करने वाली ऐप ‘मोदी की नोट’ गायब हो गयी है। इसे प्ले स्टोर से हटा लिया गया है। मोदी की नोट के बारे में ऐसी खबरें वायरल हो रही थीं कि यह ऐप नये जारी हुए 2000 और 500 के नोट को परख सकती है। लोगों के बीच यह भी अफवाह थी कि नए नोट में कोई चिप इनबिल्ड है, जिसकी वजह से यह ऐप नोट पर पीएम मोदी का नोटबंदी वाला भाषण दिखाती है।

मोदी की नोट गायब  

इस ऐप को बनाने वाली बर्रा स्किल स्‍टूडियोज ने गूगल प्‍ले स्‍टोर पर ऐप के डिटेल्‍स में साफ लिखा था कि यह ‘केवल मनोरंजन’ हेतु है। लेकिन नोटबंदी पर भारी कंफ्यूजन के बीच, यह ऐप यूजर्स के बीच कौतूहल की वजह बन गई।

ख़बरों के मुताबिक़ यह ऐप बनाने वाली टीम ने इसे बनाने के पीछे मकसद का खुलासा किया। उन्‍होंने यह भी बताया कि इस ऐप को प्‍ले स्टोर से क्‍यों हटाया गया।

यह ऐप बनाने के पीछे मकसद था कि ऑगमेंटेड रिएलिटी (एआर) तकनीक का इस्‍तेमाल कर प्रधानमंत्री द्वारा उठाए गए महत्‍वपूर्ण मुद्दों को रोचक और अलग तरीके से पेश किया जाए।

मोदी की नोट ऐप के जरिए जब फोन के कैमरा से 2000 के नए नोट को स्‍कैन किया जाता है, तो वह 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी के ऐलान का भाषण दिखाने लगता है।

12 नवंबर को यह ऐप प्‍लेस्‍टोर पर रिलीज किया गया और रातोंरात हिट हो गया। डेवलपर्स का दावा है कि एंड्रॉयड स्‍टोर से 40 लाख यूजर्स ने इस ऐप को डाउनलोड किया।

टीम को लगा था कि जैसे ही किसी भारतीय को नया नोट मिलेगा, इस ऐप के जरिए पीएम का संदेश उस तक पहुंच जाएगा।

हालांकि इस ऐप के बारे में गलत सूचना फैलाए जाने का आरोप डेवलपर टीम ने लगाया है। टीम के मुताबिक, कुछ ”यूट्यूब वीडियोज और सोशल मीडिया” की वजह से लोग इसे करंसी की वैधता जांचने के लिए इस्‍तेमाल करने लगे, जिसके लिए यह ऐप नहीं बना था।

इसकी लोकप्रियता के बावजूद इसे हटाया क्‍यों गया, इस बारे में डेवलपर्स कहते हैं कि मोदी की नोट गूगल प्‍ले स्‍टोर से उल्‍लंघन की वजह से नहीं हटाई गई, बल्कि उन्‍होंने खुद इसे हटाया है।

उनका कहना है कि ऐसा ‘जनहित’ के लिए किया गया। असल में, इसे गूगल प्‍ले स्‍टोर पर 22 नवंबर को एक बार फिर कुछ समय के लिए रिलीज किया गया ताकि बताया जा सके कि इसे इच्‍छानुसार हटाया गया है, कोई नियम तोड़ने पर नहीं।

डेवलपर टीम ने मोदी की नोट जैसी ऐप्‍स के बारे में गलत जानकारी फैलाने वालों से अपील की है। टीम कहती है, ”जो हमारी ऐप्‍स का रिव्‍यू कर लाखों लोगों को गलत जानकारी देती हैं, उन्‍हें ऐसा नहीं करना चाहिए।

बता दें खबर है कि इसके अलावा भी कई ऐसी ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद हैं जो नई जारी हुई नोट की परख करने का दावा करती हैं।

देखें वीडियो :-
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