
Report :- राजन गुप्ता/ मिर्जापुर
इन दिनों जेल में बंद कैदियों के भविष्य को सवारने का काम जिला कारागार मिर्जापुर कर रहा है। कैदियों के अच्छे भविष्य के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत मिर्जापुर जिला कारागार में कैदियों को दरी और कालीन बुनाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
कैदियों के इस प्रशिक्षण में नगर की ही एक कारपेट कंपनी सहयोग कर रहे हैं. सारा कच्चा माल इसी कंपनी के द्वारा जेल में उपलब्ध कराया जाता है और तैयार माल को पेशे की जिम्मेदारी भी इसी कंपनी की है.
प्रशिक्षण के दौरान किए गए कार्यों का भुगतान भी किया जा रहा है. बंदियों को अभी कारागार में चार यूनिट चल रही है. जिन्हें 6 करने का प्रयास किया जा रहा है है. प्रशिक्षण ले रहे कैदियों को 1500 से ₹2000 मासिक का भुगतान भी किया जा रहा है.
जेल से छूटने के बाद कैदियों को इसका लाभ मिलेगा और वह खुद का अपना रोजगार आसानी से खोल सकते हैं. नहीं तो कहीं दूसरे के यहां बुनाई करके परिवार का जीवकोपार्जन कर सकते हैं.