मालदीव में राजनीतिक संकट से डगमगा जाएगी भारत की अर्थव्यवस्था!

नई दिल्ली। मालदीव में जारी राजनीतिक उठापटक से पर्यटकों के आने में कमी आएगी जो कि देश में अर्थव्यवस्था का प्रमुख कारक है और अगर यह संकट लंबे समय तक बरकरार रहता है तो इससे निवेश प्रभावित होगा। मूडीज ने सोमवार को एक विश्लेषण में यह बात कही।

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देश में अर्थव्यवस्था

मूडीज की रिपोर्ट में कहा गया है, “अगर पर्यटकों को मालदीव में आमद लंबे समय तक घटती रही तो इस संकट से विकास दर प्रभावित होगी। साथ ही हमने मालदीव की साल 2018 में जिस 4.5 फीसदी वृद्धि दर रहने का अनुमान लगाया था, उसे हमें संशोधित करना होगा। मालदीव की अर्थव्यवस्था का एक तिहाई हिस्सा पर्यटन से आता है।”

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इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि यह संकट देश के वित्तीय और बाहरी, दोनों दबाव में इजाफा करेगा।

बयान में कहा गया, “साल 2015 में लगे आपातकाल के दौरान विकास दर इससे पिछले साल की 6 फीसदी की तुलना में घटकर 2.8 फीसदी रह गई थी, क्योंकि पर्यटकों के आने की दर पिछले साल की 7.1 फीसदी की तुलना में घटकर 2.4 फीसदी रह गई थी। पिछली राजनीतिक बाधाओं ने जीडीपी को भी नकारात्मक ढंग से प्रभावित किया है।”

पिछले सोमवार को मालदीव की सरकार ने 15 दिनों के आपातकाल की घोषणा की थी।

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