मदन मित्रा ने नारदा जांच का समर्थन किया

मदन मित्राकोलकाता | पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री और शारदा घोटाले के आरोपी मदन मित्रा ने रविवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नारदा स्टिंग ऑपरेशन की जांच के आदेश का समर्थन किया। इस स्टिंग ऑपरेशन में कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं को रिश्वत लेते दिखाया गया था। ममता ने स्टिंग को ‘लोगों की प्रतिकूल प्रतिक्रिया पैदा करने के लिए एक साजिश’ बताते हुए शुक्रवार को शहर के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार द्वारा जांच का आदेश दिया था।

विपक्ष ने इस कदम को हास्यास्पद बताया 

विपक्ष ने इस कदम को हास्यास्पद और तृणमूल कार्यकर्ताओं को बचाने का प्रयास बताया है। कथित रिश्वत घोटाले में पकड़े गए कई दिग्गज तृणमूल नेताओं में से एक पूर्व परिवहन मंत्री ने कहा, “सही फैसले लेने के लिए मशहूर मुख्यमंत्री ने जांच का आदेश देकर सही किया है।” मित्रा ने जांच पर सवाल खड़ा करने को लेकर विपक्षी पार्टियों पर भी निशाना साधा।

मित्रा ने कहा, “इतने दिनों से लोग यह पूछ रहे थे कि जांच का आदेश क्यों नहीं दिया जा रहा। और, अब जब यह किया गया है तब लोग फिर से सवाल खड़ा कर रहे हैं कि जांच का आदेश क्यों दिया जा रहा है।” कई करोड़ के घोटाले के आरोप में कैद मित्रा को रविवार को सरकारी अस्पताल एसएसकेएम से छुट्टी देकर जेल ले जाया गया। मित्रा ने अपनी हिरासत का ज्यादातर समय अस्पताल में बिताया है। उन्होंने कहा, “जिंदगी भी जेल की तरह है। मुझे अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और मैं फिर से जेल जा रहा हूं।” केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मित्रा को दिसंबर 2014 में गिरफ्तार किया था।

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