मई में मिल सकते है मोदी और ट्रम्प, संभावनाएं तलाशने में जुटे अधिकारी

नई दिल्ली: भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहली मुलाकात मई तक हो सकती है मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों देशों के राजनयिक इसके लिए मोदी के अमेरिका दौरे की संभावनाएं तलाशने में जुटे हुए हैं।

जबसे ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति बने हैं तबसे सियासी पार्टियों में तकरीबन हर मसले पर मतभेदों की खाई चौड़ी हुई है. लेकिन भारत के साथ रिश्ते उन चुनिंदा मसलों में से है जिसपर दोनों पार्टियों रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक एक राय रखती हैं. लिहाजा दोनों देश चाहेंगे कि रिश्तों को मजबूत बनाने की कवायद को आगे बढ़ाया जाए।

ट्रंप के साथ मुलाकात में मोदी H-1B वीजा का मामला उठा सकते हैं क्योंकि प्रवासियों के खिलाफ ट्रंप की कड़ी नीति से भारत के सॉफ्टवेयर सेक्टर को नुकसान उठाना पड़ सकता है।

इसके अलावा मोदी भारत जैसे बाजारों में उत्पादन की ख्वाहिश रखने वाली अमेरिकी कंपनियों पर भी ट्रंप से सफाई चाहेंगे हाल ही में लड़ाकू विमान बनाने वाली लॉकहीड मार्टिन और सेलफोन कंपनी एपल ने भारत में कारखाने बनाने की पेशकश की है लेकिन ट्रंप कह चुके हैं कि विदेशों में नौकरियां ले जाने वाली अमेरिकी कंपनियों पर टैक्स बढ़ाया जाएगा।

इन दोनों नेताओं के बीच आर्थिक मुद्दों के अलावा आतंकवाद और चीन के मुद्दे सबसे अहम होंगे उम्मीद की जा रही है कि इन दोनों मसलों पर डोनाल्ड ट्रंप भारत की पूरी हिमायत करेंगे।

गौरतलब है कि जबसे मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने है तबसे उन्होंने अमेरिका के साथ भारत के सम्बन्धो को मजबूत करने में अहम् भूमिका अदा की है मोदी दुनिया के उन नेताओं में भी शामिल थे जिन्होंने सबसे पहले ट्रंप को जीत की बधाई दी थी. जिसके बदले में ट्रंप ने भी राष्ट्रपति बनने के बाद मोदी को फोन घुमाया।

खबरों के अनुसार दोनों देशों के बीच वीजा जैसे मसलों पर खामोशी से बातचीत शुरू हो चुकी है ट्रंप प्रशासन के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस भी अपने भारतीय रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के साथ बातचीत कर चुके हैं।

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