चीन के समर्थक इस देश ने पीएम मोदी के सामने रगड़ी नाक, ये चाल देश के लिए हो सकती है घातक

भारत के सामनेनई दिल्ली। नेपाल ने भारत से दो नए बनाए गए ट्रांसमिशन लाइनों से बिजली की अतिरिक्त आपूर्ति करने की मांग की है। काठमांडू पोस्ट के मुताबिक, कुशहा-कटैया की 132 केवी और रक्सौल-परवानीपुर की 132 केवी की सीमा पार ट्रांसमिशन लाइनों का काम हाल ही में पूरा हुआ है। वहीं खबरों के मुताबिक एक तरफ तो नेपाल भारत के धुर विरोधी चीन से नजदीकियां बढ़ा रहा है और दूसरी तरफ अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत के सामने हाथ फैलाता है। इसे पीएम मोदी के खिलाफ ड्रैगन की एक चाल के रूप में भी देखा जा रहा है।

सरकारी बिजली कंपनी नेपाल विद्युत प्राधिकरण (एनईए) ने भारत से इन नई ट्रांसमिशन लाइनों के माध्यम से 50 मेगावॉट बिजली की अतिरिक्त आपूर्ति की मांग की है।

एनईए ने भारत से खरीदी गई बिजली को औद्योगिक गलियारों में आपूर्ति करने की योजना बनाई है। इनमें से एक बार-परसा खंड पर स्थित है।

भारत में नेपाल के उच्चायुक्त दीप कुमार उपाध्याय ने बिजली राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पीयूष गोयल से नई ट्रांसमिशन लाइनों के माध्यम से बिजली की आपूर्ति में तेजी लाने का अनुरोध किया था।

नेपाली दूतावास के प्रवक्ता हरी ओदरी ने यहां बताया, “बैठक के दौरान नए बने ट्रांसमिशन लाइनों के माध्यम से अतिरिक्त बिजली की आपूर्ति, भारत द्वारा नेपाल को बेची जानेवाली बिजली की दरों की समीक्षा अलावा बिजली क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया गया।”

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