बेनकाब हुआ अमेरिका, 50 साल पहले ही रच दी थी भारत को गुलाम बनाने की साजिश

भारत का गला घोटनानई दिल्ली। केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने कुछ दस्तावेज जारी किये हैं जिसमें बताया गया है कि 1971 में बांग्लादेश से युद्ध के समय अमेरिकी विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर कैसे भारत का गला घोटना चाहते थे। 17 अगस्त 1971 को वाशिंगटन के व्हाइट हाउस में सिचुएशन रूम में एक स्पेशल मीटिंग हुई थी जिसमें किसिंजर ने कुछ खास दस्तावेज पेश किये थे।

खबरों के अनुसार यह मीटिंग उसी आपात पेपर पर बात करने के लिए बुलाई गई थी जिसमें भारत का गला घोटने की योजना बनाई गई थी। इसके साथ ही यह भी योजना बनाई गयी थी कि अगर ऐसा नहीं होता है तो उसके बाद हमारे पास तीसरा विकल्प क्या होगा। इससे वहां मौजूद सभी अधिकारी भी सहमत हो गए थे।

इसी दौरान मीटिंग में जब हेल्म्स ने कहा कि विश्व में अभी भी अच्छे निर्णय का जुनून है। तो इस पर किसिंजर ने भारत के लिए नफरत बंया करते हुए कहा था कि ऐसा करने के लिए भारत का जुनून ज्यादा दूर तक उसे नहीं ले जा पाएगा।

मीटिंग के दौरान अमेरिका के साथ भारत की दुश्मनी बढ़ने पर भी विचार किया गया जिस पर उसका कहना था कि अगर ऐसा होता है तो अमेरिका भारत को दी जाने वाली सभी सहायता में कटौती कर देगा। इस पर किसिंजर ने सवाल किया कि हम कब और कहां भारत को दी जाने वाली आर्थिक सहायता में कटौती करने जा रहे हैं। हमें परिणामों पर ध्यान देना चाहिए। क्या हम संघ के माध्यम से उसकी सहायता में कटौती कर सकते हैं।

इस पर सहायक सचिव जौसेफ सिस्को ने बताया था कि हम इसको लेकर एक पेपर तैयार कर सकते हैं। किसिंजर ने कहा कि हम पर भी हमले से पहले और बाद में सोवियत संघ और चीन से बात करने के लिए कुछ पॉइंट्स हैं और आपको पता होना चाहिए कि आप इसपर क्या कर रहे हैं।

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