अपने ही नेताओं ने किया पीएम मोदी को शर्मसार, सुनने पड़े वो शब्द जिनकी नहीं थी उम्मीद

भारतीय जनता पार्टीपटना| बिहार विधान परिषद में बुधवार की शाम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक और अपनी ही पार्टी के विधान पार्षद (एएलसी) के बीच हुई कथित मारपीट की घटना के बाद राजनीति गर्म हो गई है। राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने भाजपा नेतृत्व से ऐसे नेताओं पर कार्रवाई की मांग की है।

बिहार में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल राजद और जद (यू) के नेताओं ने आरोप लगाया है कि भाजपा के एमएलसी लालबाबू प्रसाद ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल एक महिला एमएलसी के साथ बदतमीजी की। इसके बाद भाजपा के विधायक नीरज कुमार और लालबाबू प्रसाद के बीच मारपीट हुई।

राजद और जद (यू) के नेताओं ने गुरुवार को इस मामले को लेकर लालबाबू पर कार्रवाई करने की मांग की।

विधानसभा में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि यह घटना सदन में हुई है और सभी ने देखा है। भाजपा के नेता सुशील मोदी इस मामले को दबाने और आरोपी को बचाने का काम कर रहे हैं।

तेजस्वी ने कहा, “बिहार विधानमंडल के इतिहास में यह पहली घटना है जब किसी विधायक ने महिला विधान पार्षद के साथ छेड़छाड़ की हो और पूरे मामले को भाजपा दबाने की कोशिश में लगी है। हम इस मुद्दे को सड़क से सदन तक ले जाएंगे और विधान पार्षद लालबाबू प्रसाद पर कड़ी कार्रवाई करवाएंगे।”

जद (यू) के विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि विधान परिषद के 100 साल के इतिहास में पहली बार ऐसी घटना घटी है, जिसकी कितनी भी निंदा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में ‘एंटी रोमियो स्क्वायड’ बनाने वाली पार्टी को पहले अपने दल में एंटी रोमियो स्क्वायड बनाना चाहिए तथा पार्टी नेतृत्व को संज्ञान लेते हुए लालबाबू को पार्टी से हटाना चाहिए।

इधर, भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने इस घटना को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा, “इस मामले में मुझे न कोई शिकायत मिली है और न ही सूचना मिली है, जब सूचना मिलेगी तब पार्टी अवश्य देखेगी।”

इस बीच विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने भी कहा कि उन्हें अब तक किसी के द्वारा इस तरह की लिखित या मौखिक शिकायत नहीं मिली है।

उल्लेखनीय है कि विधायक नीरज कुमार और विधान पार्षद लालबाबू ने भी ऐसी किसी घटना से इनकार किया है।

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