भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी के वायरल पत्र मामले में FIR

यूपी के कानपुरकांड के मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद से ही कुछ लोग सोशल मीडिया पर जातिवाद को हवा देने की कोशिश में लगे हुए हैं। शुक्रवार  को सुल्तानपुर जिले के लम्भुआ से भाजपा विधायक देवमणि द्विवेदी के नाम से एक फर्जी लेटर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल हुए लेटर में 17 विधायकों की लिस्ट उनके मुकदमों के साथ दर्ज है. पहले तो विधायक ने इस चिट्ठी का खंडन किया और अब इस मामले में बीजेपी विधायक ने लखनऊ के हजरतगंज में FIR दर्ज कराई है। विधायक देवमणि द्विवेदी ने लेटर वायरल होने के बाद ही पत्र को लेकर खंडन किया. अब उन्होंने इस मामले में धारा 419, 420, 465, 469, 471, 505(1)(b), 505(2),  153A, 153B और 66 IT Act के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।

देवमणि द्विवेदी के नाम से वायरल हुए इस पत्र को सरकार के वरिष्ठ अधिकारी अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी को लिखा गया है. पत्र में उन्होंने 17 विधायकों के नाम सहित मुकदमों का जिक्र और इसके बारे में जानकारी मांगी गई है।
पत्र वायरल होने के बाद ही बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी ने इससे किनारा करते हुए कहा था कि उन्होंने ऐसा कोई पत्र नहीं जारी किया है.  विधायक देवमणि ने पत्र को फर्जी बताते हुए कहा कि उन्हें इसके बारे में बता नहीं था. उन्हें भी सोशल मीडिया के माध्यम से इसकी जानकारी हुई, कि ऐसा कोई पत्र भी जारी हुआ है।

सुल्तानपुर में लंभुआ विधान सभा सीट से बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी पिछले दिनों तब सुर्खियों में आ गए थे, जब उन्होंने यूपी सरकार के 3 साल के कार्यकाल में ब्राह्मणों की हत्या और सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने प्रश्न पूछने के लिए विधानसभा की प्रक्रिया और संचालन नियमावली 1958 के तहत सूचीबद्ध कराने के लिए प्रपत्र दिया था।

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