बीजेपी टिकट बंटवारे से नाराज सांसद के भाई ने दिए कांग्रेस में जाने के संकेत

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर टिकट बंटवारे को लेकर भारतीय जनता पार्टी को पार्टी के भीतर ही विरोध का सामना करना पड़ रहा है। जहां बीजेपी ने अपने कई मौजूदा सांसदों का भी टिकट काटा है।

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लेकिन इस लिस्ट में कभी बीजेपी के स्तंभ रहे लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे नेता भी शामिल रहे हैं। जिन्हें टिकट नहीं मिला है, वे विरोधी खेमे में जाने की धमकी भी पार्टी को दे रहे हैं और ऐसा ही एक मामला गुजरारत के वलसाड में भी चर्चा में है। यहां पार्टी नहीं परिवार में ही अनबन का मामला सामने आ रहा है।

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बता दें की गुजरात के वलसाड सीट को लेकर दो सगे भाइयों में अनबन की खबरें सामने आ रही हैं। जहां इस सीट से बीजेपी के सांसद केसी पटेल को एक बार फिर से टिकट दे दिया गया है।

वहीं बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के इस फैसले से जहां केसी पटेल खुश हैं वहीं उनके भाई डीसी पटेल खासे नाराज नजर आ रहे हैं। जहां डीसी पटेल भी खुद को इसी सीट का प्रत्याशी मान रहे थे, डीसी पटेल बीजेपी सांसद केसी पटेल के छोटे भाई हैं।

वहीं टिकट बंटवारे से नाराज डीसी पटेल ने इशारो ही इशारों में जता दिया है कि वे कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने संकेत दिया है कि अगर कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट देने का प्रस्ताव देती है तो वे कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं,  बीजेपी से नाराज होने की वजह के पीछे उनका यह कहना है कि वे जनसंघ से भी जुड़े रहे हैं।

लेकिन ऐसे में उनकी भी टिकट को लेकर दावेदारी मजबूत है। जहां उन्होंने कहा है की मैं निराश हूं क्योंकि पार्टी ने मेरे भाई केसी पटेल को चुना है।

डीसी पटेल का मानना है कि इस टिकट बंटवारे से केवल वे ही नहीं बल्कि आदिवासी समाज भी नाखुश है। वहीं पटेल मानते हैं कि उनके पास आदिवासी समाज का समर्थन केसी पटेल की तुलना में ज्यादा है।

उनका कहना हैं की मैं ही नहीं, वलसाड की पूरी आदिवासी जनंसख्या नाखुश है क्योंकि वे इसको लेकर आश्वस्त थे कि भाजपा इस बार मुझे चुनेगी। लोग बहुत निराश हैं क्योंकि मैं शीर्ष दावेदार था और इसके बावजूद मुझे टिकट नहीं दिया गया हैं।

दरअसल गुजरात में लोकसभा चुनाव 2019 के लिए वलसाड सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। 2009 में हुए लोकसभा चुनावों के दौरान उन्हें टिकट दिया गया था लेकन कांग्रेस के उम्मीदवार से वे 7 हजार वोटों से हार गए थे।

लेकिन साल 2014 में इसी सीट से बीजेपी ने केसी पटेल को टिकट दिया। केसी पटेल ने किशनभाई पटेल को पटखनी देते हुए वलसाड संसदीय सीट अपने नाम की थी। फिलहाल कांग्रेस पार्टी ने अभी तक इस सीट पर अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है।

देखने वाली बात यह होगी कि क्या कांग्रेस में जाकर डीसी पटेल अपने ही भाई किशन पटेल के खिलाफ चुनावी समर में अपना भाग्य आजमाने उतरेंगे या नहीं हैं।

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