गोरखपुर हादसे पर सीएम योगी ने लिया एक्शन, लापरवाह अधिकारिओं के खिलाफ FIR का आदेश

बीआरडी मेडिकल कॉलेजलखनऊ। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कुछ दिनों पहले हुई दर्दनाक घटना, जहां ऑक्सीजन सप्लाई रुकने की वजह से 30 से अधिक मासूमों की हो गई थी। इस मामले में अब यूपी के मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी है।

बता दें इससे पहले जिलाधिकारी की रिपोर्ट में कहा गया है कि आक्सीजन सिलेंडर सप्लाई करने वाली कंपनी पुष्पा सेल्स और  ऑक्सीजन यूनिट के इंचार्ज डॉक्टर सतीश ने इसमें लापरवाही बरती है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सतीश को सिलेंडर की कमी के बारे में बताया गया था लेकिन इसके बाद भी उन्होंने इसकी आपूर्ति के लिए कोई व्यवस्था नही की। इसके अलावा स्टॉक बुक में भी पूरा ब्यौरा नहीं दिया गया था और ना ही हस्ताक्षर किया गया। इस रिपोर्ट में डीएम ने सतीश को दोषी ठहराया है।

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वहीं पुष्पा सेल्स के यूपी डीलर मनीष भंडारी का कहना था कि मौत आक्सीजन सिलेंडर की कमी से नहीं बल्कि अस्पताल में सिलेंडर बदलते समय हुई लापरवाही से हुई होगी। उन्होंने कहा ऑक्सीजन सिलेंडर के पेमेंट के लिए प्रमुख सचिव को लगभग 100 लेटर लिखें जा चुके थे।

सूत्रों के मुताबिक सचिव की रिपोर्ट मिलते ही सीएम योगी ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज के हटाए गए प्रिंसिपल राजीव मिश्रा और पांच अन्य लोगों के खिलाफ FIR करने के आदेश दे दिए हैं।

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इसके अलावा मेडिकल एजुकेशन की प्रिंसिपल सेक्रेटरी अनीता भटनागर जैन को भी हटा दिया गया है। वहीं रजनीश दुबे की जम्मेदारी को बढ़ाते हुए उन्हें मेडिकल एजुकेशन सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है और साथ ही डीजी के. के. गुप्ता को मेडिकल एजुकेशन के पद से हटा दिया गया है।

इन सभी अधिकारियों पर ऑक्सीजन के भुगतान में देरी के चलते कार्रवाई की गई है। गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज में दो दिनों के भीतर 30 से अधि‍क बच्चों की मौत हुई थी। बता दें उच्चस्तरीय जांच रिपोर्ट को लेकर कल मुख्य सचिव प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं।

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