बिहार का ये गाँव दुनिया के 12 देशों को दे चुका है ‘टॉप इंजीनियर्स’

बिहार का गाँवपटना| अक्सर लोग पढ़ाई-लिखाई छूट जाने पर हालात को ज़िम्मेदार ठहराते हैं| लेकिन बिहार के इस गाँव ने साबित कर दिया है कि अगर दिल में हौंसला और पूरा विश्वास हो तो कामयाबी के रास्ते में हालात कभी भी रोड़ा नहीं बन सकते|

बिहार का गाँव ऐसा भी

जहाँ एक तरफ बिहार में नक़ल माफियाओं का बोलबाला है और यहाँ के बोर्ड टॉपर्स, रिएग्जामिनेशन में फेल हो गये हैं| वहीँ एक गाँव ऐसा भी है जहाँ पिछले 24 सालों में 300 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने आईआईटी की परीक्षा पास की है।

बिहार के गया जिले में आने वाला पटवा टोली गांव कभी बुनकरी के लिए जाना जाता था। पिछड़ा होने के साथ साथ बदहाल शिक्षा व्यवस्था यहाँ की प्रमुख समस्या थी| फिर भी यहाँ के छात्र आज 12 से ज्यादा देशों में नौकरी कर रहे हैं और अपनी प्रतिभा का डंका बजा रहे हैं|

नक्सल प्रभावित इस गाँव में साल 2016 में 17 स्टूडेंट्स ने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा पास कर इतिहास रचा है| पिछले साल में भी इस गाँव से 18 स्टूडेंट्स ने जेईई एडवांस्ड क्लीयर किया था।

इस गाँव के सबसे ज्यादा 22 इंजीनियर अमेरिका में हैं| जबकि गांव के कई इंजीनियर सिंगापुर, कनाडा, स्विट्जरलैंड, जापान और दुबई में काम करते हैं। खास बात यह है कि अधिकांश के माता-पिता को आईआईटी का मतलब भी नहीं पता है।

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