10 वर्षीय बालक बना बाल आयोग का अध्यक्ष

बाल आयोग अध्यक्षनई दिल्ली। अब तक आपने सिर्फ फिल्मों में ही एक दिन का मुख्यमंत्री बनते देखा होगा। मगर मध्यप्रदेश में ‘प्रोजेरिया’ पीड़ित 10 वर्षीय श्रेयस बारमाटे ने ये कारनामा कर दिखाया है। श्रेयस एक दिन के लिए बाल अधिकार बाल आयोग अध्यक्ष बना। श्रेयस पूरे दिन लालबत्ती वाली गाड़ी में घूमा, कार्यक्रम के मंच पर आसीन हुआ और कई अहम फैसले भी लिए।

प्रोजेरिया बीमारी अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘पा’ से चर्चाओं में आई थी। माना जाता है कि कई हजार बच्चों में से एक को यह बीमारी होती है। जबलपुर के श्रेयस (10) इसी बीमारी से पीड़ित है, वह पांचवीं में पढ़ता है, उस पर इस बीमारी का कोई खौफ नहीं है, उसकी यही जिंदादिली हर किसी को लुभाती है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष राघवेंद्र शर्मा भी उससे प्रभावित हुए बिना नहीं रहे।

शर्मा ने बताया कि लगभग चार माह पहले वह जब जबलपुर गए, तब उन्हें श्रेयस के बारे में पता चला। ‘पा’ फिल्म उन्होंने देखी थी, इसलिए वह भी इसे गंभीर बीमारी मानते थे। जब वह श्रेयस से मिले तो उनका नजरिया ही बदल गया। श्रेयस से उन्होंने उसकी इच्छा जानी तो उसका जवाब मिला कि वह उनके (शर्मा) जैसा बनना चाहता है।

शर्मा के मुताबिक, श्रेयस की इच्छा पूरा करने के लिए उन्होंने 24 मार्च का दिन चुना, क्योंकि इस दिन आयोग का बड़ा कार्यक्रम था। इस दिन श्रेयस को एक दिन का अध्यक्ष बनाया गया। श्रेयस के रूप में अध्यक्ष लालबत्ती की गाड़ी में घूमे, कार्यक्रम के मंच पर आसीन हुए और निर्देश भी दिए। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचे।

LIVE TV