बसपा सरकार में लोकार्पणों की होगी जांच : मायावती

बसपा सरकारलखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा है कि अखिलेश कैबिनेट में लिए गए फैसले जनकल्याण या जनहित से संबंधित नहीं है बल्कि सरकार ने अपनी स्वार्थ सिद्धि के लिए फैसले लिए हैं। उन्होंने ऐलान किया कि सपा सरकार विधानसभा चुनाव नजदीक आने के कारण तेजी से उद्घाटन और लोकार्पण कर रही है, ऐसे सारे मामलों की जांच बसपा सरकार आने पर होगी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने सातवें वेतन आयोग पर सपा सरकार के फैसले को देर से उठाया गया कदम बताया और कहा कि सपा सरकार विधानसभा चुनाव की आहट पाते ही लोकार्पण और उद्घाटन आदि कर रही है मसलन लखनऊ मेट्रो, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे आदि। इनमें से ज्यादातर अधूरे हैं लेकिन फिर भी उनका भुगतान पूरा कर दिया जा रहा है। ऐसे सभी मामलों की बसपा की सरकार बनने पर जांच होगी और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि सपा मुखिया के विकास के दावे खोखले हैं और तभी वह गठबंधन के लिए काफी परेशान हैं। प्रदेश में सपा की हालत खराब है। वहीं गठबंधन के बाद 300 सीट के दावें पर उन्होंने कहा कि यह सब एक ‘बबुआ’ की ‘बबुआ’ जैसी ही बातें हैं। विकास और कानून-व्यवस्था पर सपा सरकार के दावे खोखले हैं। यदि उनकी स्थिति इतनी ही मजबूत होती तो सपा के शीर्ष नेतृत्व के साथ सपा सरकार के मुखिया भी गठबंधन के लिए इतने उतावले न होते।

मायावती ने कहा कि अन्य कर्मचारियों की जायज मांगों पर भी सपा सरकार को विचार करना चाहिए लेकिन उन्हें अपनी जायज मांगों के बदले में लाठी-डण्डे खाने पड़ रहे हैं। बसपा इसकी निन्दा करती है। उन्होंने कहा कि बसपा की सरकार में कानून-व्यवस्था दुरुस्त रहती है और अगली सरकार में भी इसके साथ ही लोगों की बुनियादी समस्याओं पर ध्यान देते हुए जनसमस्याओं का निस्तारण किया जाएगा।

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