कोरोना वायरस के बीच खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट, पूजा में शामिल हुए 11 लोग

उत्तराखंड। बद्रीनाथ धाम के कपाट एक लंबे अवकाश के बाद आज सुबह खुले। पूजा से पहले मंदिर को फूलों से सजाया गया था। पूजा में 11 लोग शामिल हुए। पूरी विधि-विधान के साथ सुबह 4:30 बजे मंदिर के कपाट खोले गए थे।

बद्रीनाथ धाम

बद्रीनाथ में आज होने वाला विष्णु सहस्त्रनाम पाठ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम की होगी. देश को कोरोना से मुक्ति की कामना की जाएगी. कपाट खुलने के समय मुख्य पुजारी रावल, धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल, राजगुरु सहित केवल कुछ लोग ही शामिल हो सके. इस दौरान मास्क के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया. इससे पूर्व पूरे मंदिर परिसर को सैनिटाइज किया गया. कपाट खुलने से पूर्व गर्भ गृह से माता लक्ष्मी को लक्ष्मी मंदिर में स्थापित किया गया और कुबेर जी व उद्धव जी की चल विग्रह मूर्ति को गर्भ गृह में स्थापित किया गया.

कोरोना महामारी के चलते इस बार जहां बद्रीनाथ जी के सिंह द्वा

र पर होने वाला संस्कृत विद्यालय के छात्रों का मंत्रोच्चार और स्वस्तिवाचन भी नहीं हुआ, वहीं भारतीय सेना गढ़वाल स्कॉउट के बैंड बाजों की मधुर ध्वनि और भक्तों के जय बद्रीनाथ विशाल के जयकारे भी पूरे बद्रीनाथ धाम से गायब रहे.

कोरोना वायरस के बीच खुले बद्रीनाथ धाम के कपाट, पूजा में शामिल हुए 11 लोग

उत्तराखंड में स्थित चारधाम गंगोत्री-यमुनोत्री और केदारनाथ के बाद शुक्रवार को चारधाम का चौथा पड़ाव बद्रीनाथ के कपाट खुल गए. बद्रीनाथ के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा का विधिवत आरंभ हो गया है जिसे इस भू-लोक का आठवां बैकुंठ धाम भी कहा जाता है, जहां भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. करोड़ों हिंदुओं के आस्था के प्रतीक भगवान बद्री विशाल के कपाट शुक्रवार सुबह 4 बजाकर 30 मिनट पर ब्रह्ममुहूर्त में धार्मिक परंपरानुसार एक बार फिर से ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए गए हैं.

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