Movie Review: हो जायेगा फिल्में न देखने का ‘फोबिया’

फोबियाफिल्म : फोबिया

डायरेक्टर: पवन कृपलानी

स्टारकास्ट: राधिका आप्टे, सत्यदीप मिश्रा
रेटिंग :2/5

मुंबई। बॉलीवुड में कई ऐसी फिल्में बनती हैं, जिनमें एक्टर्स के धैर्य की परीक्षा ली जाती है। आज रिलीज हुई ‘फोबिया’ को लेकर ऑडियंस में उत्सुकता थी। हॉरर के साथ फिल्म में सस्पेंस की भी बातें सामने आ रही थीं। फिल्म में राधिका को एक्स फैक्टर माना जा रहा था। लेकिन आज ऑडियंस मायूस होकर ही लौटी।

फोबिया सिर्फ नाम की साइकोलॉजिकल थ्रिलर है। इसकी कहानी पूरी तरह से समझ से परे है। फिल्म राधिका आप्टे के इर्द-गिर्द घूमती है। राधिका एक पेंटर हैं। राधिका एक टैक्सी ड्राइवर के साथ किसी हादसे की शिकार हो जाती है। इस घटना के बाद राधिका की जिंदगी बदल जाती है। इसी को आधार बनाकर शायद फिल्म का नाम तय किया गया है।

राधिका एग्राफोबिया की शिकार हो जाती हैं, जिसके बाद वह किसी से भी मिलना नहीं पसंद करती। वह अकेले घर में रहना शुरू कर देती है। उनको इस बीमारी से निकालने में घर वाले और दोस्त मदद करने की कोशिश करते हैं। लेकिन राधिका अपनी अलग ही दुनिया बसाने लगती हैं। उसे ऐसा लगता है कि किसी का मर्डर हो गया है, जिसका कातिल उसका पड़ोसी है।

वह अपने दोस्त पर भी शक करने लगती हैं। फिल्म में कुछ हॉरर सीन ऐसे हैं, जिन्हें देखकर हंसी आ जाती है। कमज़ोर स्क्रिप्ट के कारण फिल्म की कहानी दर्शकों को नहीं बाँध पाती है।

 एक्टिंग

फिल्म में पूरा ज़िम्मा राधिका के हाथों में है। फिल्म में इनके अलावा कोई भी ऐसा कलाकार नहीं है, जिसकी बात की जाए। फिल्म के कुछ सीन्स अच्छे हैं, लेकिन इन्हें बार-बार देखना पड़ता है।

बॉक्स ऑफिस कलेक्शन

कमजोर स्क्रिप्ट के कारण फिल्म भी बेजान है। दरअसल डायरेक्टर का फोकस कहानी पर नहीं बन पाया। हॉरर टच को देने के चक्कर में डयरेक्टर ने कई बार हंसा दिया है। फिल्म ऑडियंस की उम्मीद से उलट निकली। फिल्म में राधिका भले फोबिया का शिकार दिखीं लेकिन ऑडियंस को तो राधिका से ही फोबिया हो गया। पहले दिन का शो देखने के बाद माना जा रहा है कि फिल्म का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन भी अच्छा नहीं निकलेगा।

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