फैजाबाद : सिपाही को पीटने के मामले में डीजीपी ने मांगी रिपोर्ट

फैजाबाद डीआईजीलखनऊ। फैजाबाद डीआईजी द्वारा सिपाही को मारने-पीटने के मामले में डीजीपी ने आईजी लखनऊ से विस्‍तृत रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।

रविवार को  फैजाबाद परिक्षेत्र के डीआईजी वीके गर्ग पर उन्हीं के आवासीय कैंप ऑफिस पर तैनात कॉन्स्टेबल जुबैर अहमद ने मारने-पीटने, गाली गलौज करने और यूपीपी का बिल्ला नोचकर वर्दी फाड़ने का आरोप लगाया था। दूसरी ओर, डीआईजी गर्ग का कहना था कि कॉन्स्टेबल को ड्यूटी पर सोने के कारण डांटा गया था। मारपीट की बात गलत है।

फैजाबाद डीआईजी ने आरोपों को बताया था निराधार

2006 बैच के सिपाही जुबैर का कहना था कि वह रात 11 बजे डीआईजी आवास पर पहुंचा था। 12 बजे डीआईजी उसके कमरे में आए और फोन न उठाने को लेकर सवाल किया। जुबेर ने बताया कि जब उसने यह बात कही कि कभी-कभी फोन की घंटी नहीं बजती तो डीआईजी भड़क गए और कॉलर पकड़कर चांटा मार दिया। वर्दी पर लगा यूपीपी का बिल्ला तोड़ दिया और सीटी की डोरी तोड़ दी।

करीब 20 मिनट बाद वे अपने आवास में चले गए तो जुबेर ने रात करीब साढ़े 12 बजे जिला पुलिस को इसकी सूचना देकर आईजी के यहां फोन कर आपबीती बताई तो उससे अभद्रता हुई और दूर तबादला करने की धमकी दी गई। डीआईजी आवास पर फोन करने पर ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी ने उससे सुबह बात कराने को कहा।

वहीं डीआईजी वीके गर्ग का कहना था कि कोई शख्स अपने बेटे के लापता होने की शिकायत करने के लिए फोन कर रहा था। फोन नहीं उठा तो उसने मेरे मोबाइल पर फोन किया। मैंने भी बेसिक नंबर पर फोन लगाया, लेकिन नहीं उठा। टेलीफोन ड्यूटी कक्ष में पहुंचा तो जुबेर सो रहा था। मैंने केवल उसका कंधा पकड़कर जगाया और सवाल-जवाब किया। पिटाई का आरोप मनगढ़ंत है।

 

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