प्रसव पीड़ा से परेशान महिला बीते गोरखनाथ पुलिस से न्याय के लिए लगाती रही गुहार

प्रसव पीड़ा से परेशान महिला बीते सोमवार को गोरखनाथ पुलिस से न्याय के लिए गुहार लगाती रही। दबंग उसकी जमीन पर कब्जा कर रहे थे। उसकी पीड़ा देखकर भी कानून के रखवालों की संवेदना नहीं जगी। चार घंटे तक वह पुलिस कíमयों के सामने गिड़गिड़ाती रही, लेकिन किसी ने उसकी एक सुनी। हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती है और दबंग उसकी जमीन पर काबिज हैं।

दूसरा मामला गगहा थाना क्षेत्र का है। तीन वर्ष से गांव का मनबढ़, युवती से छेड़खानी कर रहा था। पीड़िता की मां ने कई बार थाने में शिकायत की। पुलिस उसे अनसुना करती रही। अंतत: 22 सितंबर को युवती ने फांसी लगा ली। एक सप्ताह बाद उसकी मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। इसके बाद पुलिस की नींद खुली और मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को जेल भेजा। यह घटनाएं तो बानगी मात्र हैं। अपराध दर कम करने के लिए पुलिस का सबसे आसान फंडा है कि हत्या, लूट, बलात्कार, छेड़खानी जैसे संगीन मामले दर्ज ही न करो। अपराध अपने आप कम हो जाएगा। घटनाएं होती रहें, उनकी बला से। पीड़ितों को न्याय मिले या न मिले, उनका रजिस्टर मेंटेन रहे

जांच के नाम पर झाड़ लिया पल्ला

पिपराइच थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने तहरीर दी कि दुष्कर्म के एक वीडियो को लेकर उसे लगातार धमकियां मिल रही हैं। उसे ब्लैकमेल किया जा रहा है। पत्नी के नाम से फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाकर आरोपित लोगों से अश्लील चैटिंग कर रहा है, लेकिन पुलिस करीब दो माह से जांच के नाम पर पल्ला झाड़ रही है।

पीड़ित पर ही संदेह करने लगी पुलिस: गगहा थाना क्षेत्र के ग्राम ठठौली निवासी अशोक सिंह ने आरोप लगाया कि वह बैंक से रुपये निकालकर घर जा रहे थे। थाने के पास बोलेरो सवार लोगों ने 20 हजार रुपये लूट लिए। पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी है। पुलिस ने यह कहकर कि कहीं से लूट की पुष्टि नहीं हो रही, उन्हें संदेह के घेरे में ला दिया।

थाने पर पीड़ित की बात सुनने में उसकी रिपोर्ट दर्ज करने में कोई अनदेखी कर रहा है तो यह लापरवाही है। ऐसे मामलों पर ध्यान दिया जाएगा और लापरवाही मिलने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई भी होगी। – जोगेंद्र कुमार , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर

युवती के कपड़े फाड़ डाले, रिपोर्ट दर्ज नहीं

हरपुर बुदहट थाना क्षेत्र में 28 सितंबर को छेड़खानी का विरोध करने पर मनबढ़ ने युवती के कपड़े फाड़ डाले। उसे मारपीट कर घायल भी कर दिया, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई।

जांच करना भी मुनासिब नहीं समझा

चौरीचौरा थाना क्षेत्र के ग्राम राघोपुर की रेखा के पति विजयी का शव 27 सितंबर को घर के पीछे तालाब से संदिग्ध परिस्थितियों में मिला। विजयी के नाक व कान के पास खून लगा था। रेखा का आरोप है कि कुछ लोगों ने उनके पति को घर पर चढ़कर मारा पीटा था। जान से मारने की धमकी दी थी। उन्हीं लोगों ने उनके पति की हत्या की है। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करना तो दूर जांच भी मुनासिब न समझा।

देखिए आंकड़े, कैसे घट रहा अपराध (1 जनवरी से 31 अगस्त का तुलनात्मक विवरण)

अपराध – 2019 – 2020

लूट – 46 – 29

हत्या – 73 – 51

वाहन चोरी – 556 – 275

चोरी – 194 – 117

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