उड़ने का है शौक तो आएं एशिया की पहली और दुनिया की दूसरी जगह

पैराग्लाइडिंग के लिए बीरदेश में अनेकों ऐसी खूबसूरत जगह हैं, जो किसी भी टूरिस्ट को अट्रैक्ट कर सकती हैं. ऐसा ही एक जगह हिमाचल प्रदेश है. यहां के पहाड़, नदियां, प्रकृति और कल्चर का अनूठा संगम देखने को मिलेगा. हिमाचल प्रदेश की कई ऐसी जगह हैं, जो सबको नहीं मालूम होंगी या वहां तक उनकी पहुँच नहीं होगी. अगर किसी को हवा में पंछी की तरह उड़ने का शौक है, तो यह जगह बेहतर है. कैंपिंग और पैराग्लाइडिंग के लिए बीर बिलिंग शानदार जगह है.

‘बीर’ भी ऐसी जगह में से एक हैं. इस जगह को एशिया की पहली और दुनिया की दूसरी पैराग्लाइडिंग साइट के तौर पर जाना जाता है. सिर्फ 2500 रुपए में पैराग्लाइडिंग का मजा भी उठाया जा सकता है.

बीर एक गांव है, जहां तिब्बती कॉलोनी बसी है. खाने के लिए मटन मोमोज और थुकपा यहां के हर गली में आसानी से मिल जाते हैं.

वैसे तो बीर आने का सही समय अक्तूबर से जून के बीच है, लेकिन दिसंबर और जनवरी के दौरान पैराग्लाइडिंग का अनुभव बेहद यादगार हो जाता है. बर्फ के चादर में लिपटी पहाड़ों की खूबसूरती देखने लायक होती है.

पैराग्लाइडिंग के लिए बीर बिलिंग की आसान यात्रा

बीर तक पहुंचना बेहद आसान है. दिल्ली से बैजनाथ के लिए डीलक्स, सेमी डीलक्स और साधारण बसें उपलब्ध होती हैं, जिनकी मदद से बीर तक पहुंचा जा सकता है.

बैजनाथ से बीर की दूरी केवल 12 किलोमीटर है, जिसे लोकल बस, टैक्सी की मदद से जाया जा सकता है.

पैराग्लाइडिंग की शुरुआत बिलिंग से होती है, यह 2400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. बीर से लगभग 14 किलोमीटर की दूरी पर है. सामान्य पैराग्लाइडिंग फ्लाइट 20 से 30 मिनट की होती है, जिसमें 8000 फीट की ऊंचाई से उड़ान भरी जाती है. वहीं बीर में 4500 फीट की ऊंचाई पर जाकर इसकी लैंडिंग होती है.

पैराग्लाइडिंग एक अनुभवी प्रोफेशनल व्यक्ति के साथ ही करें.

साल 2015  में बीर बिलिंग में पैराग्लाइडिंग विश्व कप का आयोजन हुआ था.

 

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