पेड़ों पर उगाई जाती हैं कुर्सियां, कीमत कर देगी हैरान

आपने दुनिया भर में कई अजीबो गरीब पेड़ों के बारे में सुन रखा होगा। लेकिन क्‍या आप किसी ऐसे पेड़ के बारे में जानते हैं जो बनी बनाई कुर्सियां उगाता हो, अगर नहीं तो चलिए आज आपको ऐसे ही एक पेड़ के बारे में बताते हैं। इंग्लैंड के डर्बिशायर डेल्स में एक ऐसा पेड़ पाया जाता है, जिसकी टहनियों का देख कर ऐसा लगता है कि जैसे वह कोई कुर्सी हो। पेड़ की इन टहनियों को अगर सही से काटा जाए तो पूरी कुर्सी तैयार मिलती है। इस पेड़ को यहां ‘विलो’ के नाम से जाना जाता है।

कुर्सियां

हालांकि, इस पेड़ को सामान्‍य तौर पर देखने पर लगता है जैसी इसकी टहनियां बेतरतीब तरीके से उग रही हैं। लेकिन गौर से देखने पर कुर्सियों का आकार नजर आता है।

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बेंत की तरह पतली और लचकदार टहनियों वाले इस पेड़ पर एक कुर्सी उगाने में तकरीबन सात से नौ साल का वक्‍त लगता है। इसमें पेड़ की टहनियों को मोड़कर कुर्सी का आकार देने में लगाया गया कई घंटों का समय भी शामिल है।

पेड़ों की इन टहनियों को कुर्सियों का आकार देने का यह ख्‍याल सबसे पहले 42 वर्षीय फर्निचर डिजाइनर गेविन मुनरो के मन में आया। जिसके बाद उनके इस काम में 43 वर्षीय पत्नी एलिस ने भी साथ देने का फैसला किया।

गेविन की कंपनी ‘फुल ग्रोन’ इन कुर्सियों की बिक्री करती है। इस बारे में गेविन ने बताया कि अगर आज की तारीख में उनकी कंपनी में कुर्सी की बुकिंग हो तो वह 2025 में तैयार होकर मिलेगी। इसकी कीमत तकरीबन साढ़े चार लाख रुपये तक होगी। गेविन और एलिस इस तकनीक से लैंपशेड और मेज समेत 100 सामान बनाना चाहते हैं।

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गेविन ने बताया कि ‘विलो’ का प्रत्येक पेड़ को पांच साल तक बिना किसी व्यवधान के प्राकृतिक रूप से बढ़ने दिया जाता है। इसके बाद इन पेड़ों की बढ़त को नियंत्रित करने के लिए छंटाई की जाती है। इसके बाद दिखने वाली नई टहनियों को कुर्सियों का आकार दिया जाता है। उन्‍होंने बताया कि इन टहनियों को कुर्सी का आकार देने के लिए धातु के फ्रेम का भी इस्तेमाल किया जाता है।

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