जन संस्था के 5 फार्मूले बेमिसाल, 1 लाख लोगों के जुड़ने पर योगी सरकार मान लेगी पेट्रोल चोरी रोकने का यह प्रस्ताव
नई दिल्ली। यूपी में गुरुवार के दिन एसटीएफ ने 7 पेट्रोल पम्प पर छापेमारी कर एक बड़े सच से पर्दा उठा दिया। जांच के दौरान हर पेट्रोल पम्प में तेल चोरी का गोरखधंधा जोरों पर चल रहा था। जिसे अंजाम देने के लिए एक पूरी योजना के तहत रिमोट कंट्रोल और चिप का इस्तेमाल कर हर लीटर पर पेट्रोल चोरी की जाती थी। अब भी ऐसा नहीं है कि यह बंद हो गया है या अन्य किसी पेट्रोल पम्प पर ऐसा होगा नहीं।
लेकिन इसको रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाया जा सकता है। इस क्रम में कई संस्थाएं आगे आ रही हैं। एक जन संस्था ने एक बेहतर प्रस्ताव पेश किया है। इसमें उनके चोरी रोकने के लिए 5 नियम और कानून पेश किए हैं। लेकिन यह योगी सरकार तक तभी पहुंचाने पर हामी भरेंगे जब उनके इस प्रस्ताव को 1 लाख लोग सही माने।
ये पांच प्रस्ताव हैं…
- किसी भी पम्म वाले से किसी भी आम इंसान को कभी भी तेल की माप कराने का अधिकार हो।
- तेल को पम्प के मापन पात्र के सिवा बोतल में भी भराकर चेक करने का अधिकार हो।
- किसी भी तरह की शंका होने पर वह किसी बड़े अधिकारी को जांच के लिए सूचित कर सके।
- गलत पाए जाने पर पम्प से उसकी मान्यता छीन ली जाए या फिर कड़ी सजा दी जाए।
- त्वरित निवारण के लिए एक टीम का गठन किया जाए, जो इसकी निगरानी रखे।
अब पेट्रोल पम्प वालों की चोरी पकड़े जाने पर इसपर कार्रवाई करना और भी अनिवार्य हो गया है। अन्यथा ये काला धंधा हमारी आंखों के सामने होता रहेगा और हम तमाशा देखते रहेंगे। यह इस वक्त की सबसे बड़ी समस्या है और योगी सरकार से इस मुद्दे पर कार्रवाई करने की मांग भी उचित है।