पाकिस्तान के इन मंदिरों में दूर-दूर से माथा टेकने आते हैं लोग
हमारे देश में बहुत सारे प्राचीन और ऐतिहासिक मंदिर स्थित हैं. जिनसे हमारे देश के बहुत से धार्मिक लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. इसी तरह हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में भी कई सारे मंदिर स्थित हैं. जिस तरह भारत के मंदिरों में भक्त भगवान के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं. उसी तरह पाकिस्तान के मंदिरों में भी भक्तों की लम्बी कतारें लगी रहती हैं. अगर आप भी भगवान के भक्त हैं तो आपको पाकिस्तान के इन मंदिरों के दर्शन करने जरूर जाना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि पाकिस्तान के इन मंदिरों के दर्शन करने से सभी दुःख दूर हो जाते हैं. पाकिस्तान के इन मंदिरों के दर्शन करते हैं और इनके इतिहास के बारे में भी बताएंगे.
पंचमुखी हनुमान मंदिर, करांची
भगवान हनुमान का पंचमुखी मंदिर पाकिस्तान के करांची में स्थित है. पंचमुखी हनुमान जी का यह मंदिर 150 साल पुराना है. पाकिस्तान में बसे हिन्दू समुदाय के लोग इस मंदिर में पूजा-अर्चना करने आते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर के दर्शन करने से सरे पापा कट जाते हैं.
राम मंदिर, इस्लामकोट
इस्लामकोट के इस प्राचीन मंदिर में बड़ी-श्रद्धा के साथ भगवान राम की पूजा-अर्चना की जाती है.
दुर्गा मंदिर, बलूचिस्तान
यह दुर्गा मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के लसबेला जिले में हिंगोल नदी के किनारे बसा है. हिंगोल नदी के किनारे बसे होने के कारण इस मंदिर को हिंगलाज के नाम से जाना जाता है.
श्री रत्नेश्वर महादेव मंदिर, करांची
करांची में बसा भगवान शिव और मां पार्वती का यह मंदिर बहुत पुराना है.
कटासराज मंदिर, पंजाब प्रान्त
कटासराज के इस मंदिर के बारे में ऐसा खा जाता है कि मां सती के यज्ञ में आहूत हो जाने के बाद जब यहां पर भगवान शिव आए थे तो यहां पर उनके आंसू गिरे थे. तभी से इस मंदिर को भगवान शिव का मंदिर कहा जाने लगा.
कृष्ण मंदिर, रावलपिंडी
रावलपिंडी के इस कृष्ण मंदिर में होली का त्योहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है.
रामा पीर मंदिर, सिंध
इस राम पीर मंदिर की सबसे खास बात यह है कि यहां पर हिंदू और मुस्लिम दोनों माथा टेकने के लिए आते हैं.