नासा ने 9 साल के बाद पहली बार अमेरिका की धरती से लॉन्च किया मानव अंतरिक्ष यान
तेज तूफान और खराब मौसम की संभावना के बीच नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के लिए ऐतिहासिक उड़ान भरी। भारतीय समयानुसार करीब दो बजे नासा के दोनों अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुए। रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले नाम के दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने इस अभियान के लिए उड़ान भर कर इतिहास रच दिया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने मानव अंतरिक्ष यान के लॉन्च होने पर प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने कहा कि मैं यह घोषणा करते हुए काफी प्रसन्न हूं कि स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल सफलतापूर्वक पृथ्वी की आंतरिक कक्षा में पहुंच गया है और हमारे अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित और स्वस्थ हैं। इसी के साथ इस दशक में जो भी समय व्यर्थ हुआ, उसकी पूर्ति हो गई। अब अमेरिकी महत्वाकांक्षा का यह एक नया युग शुरू हो गया है।
क्रू ड्रैगन फॉल्कन-9 के दूसरे चरण से अलग हो गया है। रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के रास्ते पर हैं। क्रू ड्रैगन 31 मई सुबह 10:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ना शुरू हो जाएगा।
स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान में सवार दो अंतरिक्ष यात्रियों रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले को लेकर उड़ान भरी। नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) इस अभियान में शामिल हैं।
नासा के स्पेसएक्स डेमो-2 मिशन को लॉन्च करने से पहले उसके रॉकेट में ईंधन के रूप में तरल ऑक्सीजन भरना शुरू किया गया।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मिशन की लॉन्चिंग के दौरान फ्लोरिडा में कैनेडी स्पेस सेंटर पहुंचे। समाचार एजेंसी एएनआई ने एएफपी के हवाले से यह जानकारी दी।
अमेरिकी उद्योगपति एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के स्पेसक्राफ्ट को नासा के सबसे भरोसेमंद 270-फुट फॉल्कन-9 के जरिए प्रक्षेपित किया गया। यह पहला मौका है जब किसी निजी कंपनी के माध्यम से स्पेस में अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा गया। इस मिशन का नाम ‘क्रू डेमो-2’ और स्पेसक्राफ्ट का नाम ‘क्री ड्रैगन’ है। गौरतलब है कि एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स नासा के साथ मिलकर भविष्य के लिए कई अंतरिक्ष मिशन पर काम कर रही है।
यह नासा का पहला मानव अंतरिक्ष यान है जो लगभग एक दशक में अमेरिका की मिट्टी से लॉन्च किया गया। 2011 में अंतरिक्ष शटल को सेवानिवृत्त किए जाने के बाद से नासा अपने अंतरिक्ष यान और अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस स्टेशन पर ले जाने के लिए रूसी अंतरिक्ष यान के भरोसे रहता है जिसे कजाकिस्तान से प्रक्षेपित किया जाता है।
इसकी वजह से अमेरिका पर पैसों का भी भारी दबाव रहता है। यही कारण है कि अमेरिका ने एलन मस्क की कंपनी को आर्थिक मदद देकर उसके स्पेसक्राफ्ट का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहा है।