फेमिनिज्म पर स्वरा ने सामने रखी अपनी सोच

नारीवाद की लड़ाईनई दिल्ली| अभिनेत्री स्वरा भास्कर का मानना है कि नारीवाद की लड़ाई केवल महिलाओं की ही लड़ाई नहीं है, बल्कि यह लैंगिक पहचान से दबाव से मुक्त होने के लिए पुरुषों और महिलाओं दोनों की लड़ाई है।

स्वरा ने नई दिल्ली में इंडिया रनवे वीक के अंतिम दिन आभूषण डिजाइनर आकाश के. अग्रवाल के शो ‘चेंजिंग फेज ऑफ फेमिनिज्म’ के लिए रैंप वॉक किया।

इस मौके पर स्वरा ने कहा, “शो का थीम चेंजिंग फेमिनिज्म था, जो आज के समय में बेहद प्रासंगिक है। मैं हमेशा यह मानती रही हूं कि नारीवाद महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए लैंगिक पहचान के दबाव से मुक्त होने की लड़ाई है।”

स्वरा ने कहा, “भारतीय महिलाओं पर कई प्रकार के दबाव होते हैं, जिससे आपकी असली पहचान खो जाती है। इसलिए मुझे लगता है कि इस मायने में यह शो बेहद प्रासंगिक है।”

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