नसीमुद्दीन की वो दस बातें जो मायावती पूरी जिंदगी याद रखेंगी
पिछले 3 दशकों से मायावती के वफादार रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सिद्दीकी ने मायावती के खिलाफ कई खुलासे किए। ये हैं मायावती पर नसीमुद्दीन की ओर से लगाए 10 बड़े आरोप।
1- एक दिन उन्होंने मुझे अकेले बुलाया। कहने लगीं कि पार्टी को 50 करोड़ की जरूरत है। मैंन कहा इतना पैसा कहां से लाऊं तो कहने लगीं कि अपनी प्रॉपर्टी बेच दो। आगे बढ़ना है तो ऐसा करो।
2 – मैंने अपने पुरखों की खेती-बाड़ी बेचने की कोशिश भी की। प्रॉपर्टी बेचने की कोशिश की। मैंने कुछ पैसा इकट्ठा करके उन्हें फोन किया तो कहने लगीं कि सारा लेकर आओ।
3 – मायावती बदायूं से चुनाव लड़ रही थीं, मुझे इलेक्शन एजेंट और चुनाव प्रभारी बनाया था। उस वक्त मेरी आठ साल की बड़ी बेटी बीमार थी। उन्होंने कहा कि नहीं जाना है। मैं नहीं गया, दूसरे दिन मेरी बेटी मर गई।
4 – इसके बाद भी बहन जी ने मुझे छुट्टी नहीं कहा जो होना था हो गया। सारे केस आप मुझ पर लगवाती रहीं। मेरी कोई कुर्बानी नहीं याद है आपको? थोड़ी देर में आनंद भाई साहब और सतीश मिश्रा जी आ गए फिर मैं बता नहीं सकता क्या सुलूक हुआ मेरे साथ।
5 – 2003 में ताज कॉरिडोर के मामले में जब मेरी और मायावती की संपत्ति की जांच हुई। इसके बाद जब हमारी सरकार बनी तो मैं समझ नहीं पाया कि सुश्री मायावती, सतीश चंद्र मिश्र और स्वर्गीय हैं उनका नाम नहीं लूंगा, उन्होंने लोकायुक्त से जांच करवाई।
7 – मायावती के पास गुंडों के कई गिरोह हैं।
8 -मायावती किसे मरवाना चाहती थीं सब प्रमाण से खोलूंगा लेकिन बाद में अभी सिर्फ खुद पर लगे आरोपों का जवाब दूंगा।
9 – ये गिरोह उनकी खिलाफत करने वालों नेताओं के खिलाफ नारे लगाता है। मैं सबकी जन्म़कुंडली जानता हूं।
10 -जहां तक मेरा सवाल है, मैंने आर्मी का नमक खाया। मैंने कई बार लाशों को बरफ के पहाड़ में कंधों पर लादकर भी लाना पड़ा है। मैं इन अपराधियों से नहीं डरा हूं जो करवाना है करवा लें।