देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकरा का सर झुका दिया- राहुल गांधी, आने लगे बयान, किसी में खुशी तो किसी में गुस्सा
सालों की तपस्या आखिरकार आज रंग लाई। करीब एक साल अधिक समय के बाद मोदी सरकार ने शुक्रवार को तीनों कृषि कानून वापस ले लिए। इसी के साथ ही प्रधानमंत्री ने किसानों को घर लौट जाने की अपील की। वहीं, इस कानून के वापस लेने पर विपक्ष की तरफ से बयान आने शुरू हो गए हैं। कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी समेत कांग्रेस पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने बयान जारी किया है।
राहुल गांधी-
राहुल गांधी ने कहा-देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!
प्रियंका गांधी-
600 से अधिक किसानों की शहादत। 350 से अधिक दिन का संघर्ष। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आपके मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल कर मार डाला, आपको कोई परवाह नहीं थी। आपकी पार्टी के नेताओं ने किसानों का अपमान करते हुए उन्हें आतंकवादी, देशद्रोही, गुंडे, उपद्रवी कहा, आपने खुद आंदोलनजीवी बोला…उनपर लाठियाँ बरसायीं, उन्हें गिरफ़्तार किया। अब चुनाव में हार दिखने लगी तो आपको अचानक इस देश की सच्चाई समझ में आने लगी – कि यह देश किसानों ने बनाया है, यह देश किसानों का है, किसान ही इस देश का सच्चा रखवाला है और कोई सरकार किसानों के हित को कुचलकर इस देश को नहीं चला सकती। आपकी नियत और आपके बदलते हुए रुख़ पर विश्वास करना मुश्किल है। किसान की सदैव जय होगी। जय जवान, जय किसान, जय भारत।
अरविंद केजरीवाल-
आज प्रकाश दिवस के दिन कितनी बड़ी ख़ुशख़बरी मिली। तीनों क़ानून रद्द। 700 से ज़्यादा किसान शहीद हो गए। उनकी शहादत अमर रहेगी। आने वाली पीढ़ियाँ याद रखेंगी कि किस तरह इस देश के किसानों ने अपनी जान की बाज़ी लगाकर किसानी और किसानों को बचाया था। मेरे देश के किसानों को मेरा नमन।
नवजोत सिंह सिद्धू-
काले कानूनों को निरस्त करना सही दिशा में एक कदम। किसान मोर्चा के सत्याग्रह को ऐतिहासिक सफलता मिली। आपके बलिदान से यह संभव हुआ। पंजाब में एक रोड मैप जरिए खेती को पुरर्जीवित करना पंजाब सरकार के लिए सर्वोच्य प्राथमिकता होनी चाहिए।
मायावती –
हमारी पार्टी(BSP) की केंद्र सरकार से मांग है कि किसान आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मृत्यु हुई है, केंद्र सरकार उन्हें उचित आर्थिक मदद दे और उनके परिवार में से एक सदस्य को सरकारी नौकरी ज़रूर दें।
अखिलेश यादव –
अमीरों की भाजपा ने भूमिअधिग्रहण व काले क़ानूनों से ग़रीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-क़ानून वापस ले ही लिए। भाजपा बताए सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सज़ा कब मिलेगी।