अभी-अभी : दिल्ली चुनावों पर मंडरा रहा यूपी का साया, चुनाव आयोग के सामने आई बड़ी चुनौती
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को एक बार फिर ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया और दिल्ली नगर निगम चुनाव स्थगित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि जरूरत हो तो मतपत्रों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। मध्य प्रदेश में एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ का हवाला देते हुए आप नेता ने कहा कि ईवीएम उत्तर प्रदेश से आया था और इससे भाजपा के राज्य विधानसभा चुनाव में भारी जीत पर सवाल खड़े होता है।
केजरीवाल ने कहा कि 9 अप्रैल को मध्य प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में सभी ईवीएम उत्तर प्रदेश के गोविद नगर निर्वाचन क्षेत्र से आए हैं। उन्होंने जानना चाहा कि गोविंद नगर से आए ईवीएम में गड़बड़ियां क्यों हैं।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने खुद अपने नियमों का उल्लंघन किया है, जिसमें कहा गया है कि एक चुनाव में इस्तेमाल किए गए ईवीएम का 45 दिनों तक दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, क्योंकि नतीजों के खिलाफ अगर कोई याचिका दायर करता है तो उन ईवीएम की जांच फिर से की जाएगी।
दिल्ली में 23 अप्रैल को नगर निगम चुनाव के साथ दिल्ली विधानसभा की राजौरी गार्डेन सीट पर उपचुनाव होने हैं। केजरीवाल ने कहा कि राजौरी गार्डेन में इस्तेमाल होने वाले ईवीएम उत्तर प्रदेश से लाए गए हैं।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली नगर निगम चुनाव में पारदर्शिता की गारंटी के लिए मतपत्रों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि मतपत्रों का इस्तेमाल सुनिश्चित करने के लिए जरूरत पड़े तो नगर निगम चुनाव को टाल दिया जाए।
इससे पहले ईवीएम के खराब होने पर मतदाता के पार्टी के लिए बटन दबाने पर उसमें लाइट नहीं जलती थी। इस तरह से मतदाता समझ जाता था कि मशीन में गड़बड़ी है।
उन्होंने कहा, “लेकिन अब लाइट सही से जलती है और वोट भाजपा के पक्ष में चिप में दर्ज हो जाता है।”
उन्होंने कहा, “इसलिए बिना वीवीपीएटी (पेपर ट्रेल) के ईवीएम की जांच नहीं की जा सकती कि क्या वे गड़बड़ हैं या नहीं।”
केजरीवाल ने निर्वाचन आयोग से आप को एक ईवीएम 72 घंटे के लिए देने के लिए कहा।
उन्होंने कहा, “हमारे पास विशेषज्ञ हैं, जो यह जांच करेंगे कि चिप पर दोबारा लिखा जा सकता है या नहीं।”
उन्होंने कहा, “चिप के सॉफ्टवेयर को बदला जा सकता है। यह बड़े पैमाने पर हो रहा है।”