
दिल्ली में कोरोना की धीमी रफ्तार के बीच ब्लैक फंगस के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में ब्लैक फंगस के कुल मामले 620 हो चुके हैं। सोमवार तक 500 मामलों की जानकारी थी। ब्लैक फंगस के मामलों की बढ़ोतरी के साथ इसकी दवा की कमी भी एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आई है। अब इसको लेकर केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मानना है कि केंद्र द्वारा इसकी दवा नहीं देने के कारण यह समस्या बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को रोजाना ब्लैक फंगस के 3500 इंजेक्शन की जरूरत है लेकिन केंद्र सिर्फ 400 इंजेक्शन ही उपलब्ध करवा रहा है।

दिल्ली के सबसे बड़े कोरोना अस्पताल दिल्ली के लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल में इन दिनों कोरोना से ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीज भर्ती हो रहे हैं। 2000 बेड्स की क्षमता वाले लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में इन दिनों करीब 30 मरीज रोजाना भर्ती हो रहे हैं। अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया, ”ब्लैक फंगस के मामले बहुत तेजी से सामने आ रहे हैं। 3 से 4 दिन पहले हमारे अस्पताल में 13 ब्लैक फंगस के मरीज एडमिट थे, जबकि आज यह बढ़कर 64 हो चुके हैं। इतने मरीज तो कोरोना के एडमिट नहीं हो रहे जितने ब्लैक फंगस के एडमिट हो रहे हैं।” यह भी देखने को मिला है कि नमी वाले इलाके में रहने वाले लोग इससे ज्यादा ग्रसित हो रहे हैं। जिन लोगों के घरों में सूरज की रोशनी नहीं आती और उन्होंने कोविड का इलाज होम आइसोलेशन में रहकर किया है, साथ ही गीले कपड़े और गंदे मास्क का इस्तेमाल किया है। ऐसे में लोगों ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ जाता है। इसमें सावधानी बरतने की जरूरत होती है मास्क को लगातार 3-4 दिन तक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।