‘दंगल’ गर्ल गीता फोगाट अब उतरेंगी चुनावी दंगल में ?

आज से तीन साल पहले आई फिल्म ‘दंगल’ में गीता और बबीता फोगाट का नाम पूरे देश में फैल गया था. दोनों बहनें हैं. हरियाणा से हैं. पिता हैं महावीर फोगाट. कुश्ती के चैंपियन. अपनी बेटियों को लाख तकलीफें सहकर कुश्ती में उतारा. वहां से चमक गईं. गीता ने 2010 कॉमनवेल्थ में भारत के लिए गोल्ड जीता. कुश्ती में. फिर इन पर फिल्म बनी, तो इनके बारे में और भी लोगों ने जाना.

अब वही गीता फोगाट राजनीति में आने का प्लैन बना रही हैं. लोकसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं. ऐसी बातें हवा में घूम रही हैं कि गीता फोगाट को जजपा यानी ‘जननायक जनता पार्टी’ सोनीपत लोकसभा की सीट से टिकट दे रही है. बात हवा में होने के कारण इसे कंफर्म करना तो बनता है. बात जब उनसे कन्फर्म करी गयी तो उन्होंने कहा:

“देखिए अभी आपको पता चल जाएगा, आज या कल में, पार्टी अगर मुझे मौका देती है, चुनाव के लिए, तो मैं लड़ूंगी जरूर. मैं राजनीति से 15-20 सालों से जुड़ी हुई हूं, मैं बचपन से देखती आ रही हूं, अपने पिता को अपने अंकल को, मेरी फैमली भी चाहती है कि मैं इलेक्शन में उतरूं, चुनाव लडूं, और मेरे पिता और अंकल जजपा से ही जुड़े हुए हैं, मैं जब पार्टी से जुड़ुंगी, तभी कुछ कहूंगीं|

हां अगर मैं चुनाव लड़ती हूं और जीतती हूं तो सबसे पहले मेरा ये रहेगा कि मैं महिलाओं के लिए कुछ करूं, चाहे वो पढ़ाई के लिए हो या फिर खेलों के लिए हो या फिर सोसाइटी के लिए हो, मेन फोकस महिलाएं ही रहेंगी. बहुत सारी चीजें हैं, जिनको बेहतर करना पड़ेगा. कानून व्यवस्था को बेहतर करना पड़ेगा. जागरूक करना पड़ेगा महिलाओं और लड़कियों को उनके अधिकारों के प्रति. मैं लड़ना चाहती हूं चुनाव.”

 

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वो पल जो इतिहास में लिखा गया था

गीता फोगाट ने अपना नाम तब ज्यादा कमाया जब उन्होंने कुश्ती की उठापटक में एम्ली बेंस्टेड को उठने नहीं दिया. 2010 में दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम हुए. इनमें गीता ने ऑस्ट्रेलिया की एमिली बेंस्टेड को 1-0, 7-0 से हराया था. कॉमनवेल्थ गेम्स में 53 देश शामिल होते हैं. ये हर चार साल पर होता है. पहला खेल 1930 में कनाडा में हुआ था.

 

लेकिन उस पल के पीछे की मेहनत सालों साल चली थी

बलाली गांव. हरियाणा के चरखी दादरी जिले में पड़ता है. इसी गांव में गीता फोगाट का जन्म हुआ. 15 दिसंबर, 1988 को महावीर सिंह फोगाट के घर में पहली बेटी हुई. हालांकि खुशी नहीं हुई थी किसी को कोई ख़ास. क्योंकि चाह बेटे की थी. फिर बबीता हुईं. फिर रितु फोगाट और संगीता फोगाट हुईं. बेटा न हुआ तो पिता ने बेटियों को ही रेसलिंग यानी कुश्ती लड़ना सिखाया. उसके लिए तैयार किया. पहले आस-पास के इलाकों में होने वाले कुश्ती अखाड़ों के लिए और फिर स्टेट, नेशनल और इंटरनेशनल लेवल के लिए.

धीर-धीरे मेहनत और लगन से कामयाबी झक मार कर पीछे आने लगी. कॉमनवेल्थ में गोल्ड जीता. 2009 से 2015 तक कई मेडल जीते. देश के लिए खेला और विदेशों में ताल ठोककर जीतीं और मेडल लेकर आईं. उन्होंने टीवी पर आने वाले ‘खतरों के खिलाड़ी’ शो भी किया.

20 नवंबर 2016 को पवन कुमार, जो कुश्ती ही लड़ते हैं, रेसलिंग करते हैं, उनसे ब्याह कर लिया.इन सब के बाद अब वो समाज और महिलाओं के लिए करना चाहती हैं और राजनीति जॉइन करना चाहती हैं.

दुष्यंत चौटाला हिसार लोकसभा से सांसद और जननायक जनता पार्टी के फाउंडर हैं. उनकी पार्टी और आप के गठबंधन के बाद पार्टी महिला रेसलर गीता फोगाट को सोनीपत से टिकट देने पर विचार कर रही है. पहले उन्हें भिवानी-महेंद्रगढ़ से टिकट देने पर सोच रही थी. लेकिन वहां से किसी और महिला कैंडिडेट को खड़ा किया गया है. आप और जजपा के बीच सीटों का बंटवारा हुआ है. तीन आप को और सात सीटें जजपा को मिली हैं. जिसकी एक सीट पर अभी सस्पेंस बना हुआ है.

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