तालाब खुदाई को लेकर उत्तर प्रदेश में सबसे पीछे है ये जिला, मात्र 365 तालाब खुदे

बांदा। उत्तर प्रदेश में बांदा जिला प्रशासन खेत तालाब खुदाई में फिसड्डी साबित हुआ है। यहां खेतों में 20 जून तक दो हजार तालाब खोदने का लक्ष्य था, लेकिन अब तक सिर्फ 365 तालाब ही खुद सके हैं। उत्तर प्रदेश के कृषि निदेशक सोराज सिंह ने बांदा जिले में जिलाधिकारी की मांग पर खेतों में दो हजार तालाब खोदने के लिए धन आवंटित किया था, जिसमें 20 जून तक लक्ष्य पूरा होने पर बतौर इनाम 500 और तालाबों की खुदाई का धन आवंटित किया जाना था। लेकिन, यहां का प्रशासन अबतक सिर्फ 365 तालाब ही खुदवा सका है।

कुल दो हजार तालाबों में लघु तालाब 300, मध्यम तालाब 1260, अनुसूचित वर्ग के खेतों में 410 और जनजाति के खेतों में 30 तालाब खोदने का लक्ष्य था।

मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हरिश्चंद्र वर्मा ने बुधवार को बताया, “खेतों में 2,000 के सापेक्ष्य अब तक 365 तालाबों की खुदाई हो पाई है।” खुदाई का लक्ष्य पूरा न होने के पीछे उन्होंने तर्क दिया कि बालू खदानों में जेसीबी मशीनें लगी होने पर लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया, और अब बारिश रुकने या फिर जाड़े के मौसम में तालाबों की खुदाई कर लक्ष्य पूरा किया जाएगा।

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सीडीओ ने बताया कि लक्ष्य पूरा न होने पर भी शेष बचे 1635 तालाबों की धनराशि वापस नहीं होगी। जबकि कृषि निदेशक ने अपने 24 मई के पत्र में आयुक्त को भेजी प्रति में स्पष्ट किया है कि 20 जून तक लक्ष्य पूरा न होने पर धनराशि मंडल के अन्य जिलों में आवंटित कर दी जाए।

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