तांत्रिक ने पड़ोस की महिलाओं को बताया डायन, ग्रामीणों ने गाँव छोड़ने पर किया मजबूर ! फिर हुआ ये …

रिपोर्ट – लियाकत अली

राजस्थान :  देश भले की इस आधुनिकता की चकाचौंध मे डिजिटल इंडिया के सपने संजों रहा हो पर देश के कई ग्रामीण इलाकों में रुढ़िवादी मान्यताएं पीछा नहीं छोड़ रही हैं |

अंधविश्वास आज भी लोगो के मानसिकता में प्रवेश करते हुए दिखाई दे रहा है | ऐसा ही एक मामला सिरोही जिले में देखने को मिल रहा है | जहां पर किसी एक घर में बीमारी फैलने पर पड़ोस में रहने वाली महिलाओं को तांत्रिक के द्वारा डायन बताया और उन्हे घर छोड़ने पर मजबूर किया जा रहा है और अगर घर नही छोड़ती हैं तो बेटे के बलि देने की धमकी मिल रही है |

सिरोही जिले के स्वरूपगंज थाना क्षेत्र में आपरी खेड़ा गांव में एक महिला द्वारा उसके व उसको परिजनों को गांव से बाहर निकाले जाने का मामला सामना आया है |

महिला ने कोर्ट के ज़रिये मामला दर्ज करवाया कि पड़ोस मे रहने वालों ने उसे और उसके एक परिवार की एक महिला पर डायन बताकर गांव छोड़ने को कहा गया है | जिन दोनों महिलओं को डायन बताकर घर छोड़ने को कहा गया है वे दोनों आपस में देवरानी व जेठानी हैं |

आपरी खेड़ा निवासी एक महिला ने न्यायालय में परिवाद पेश कर बताया कि नगावतों की फली आपरीखेडा निवासी आशाराम पुत्र नवाराम गरासिया की बहन,रमेश पुत्र परथाजी गरासिया की पत्नी व हुसा पुत्र अम्बाजी गरासिया की पुत्रवधु बीमार होने पर कोछाली में एक तांत्रिक के पास गई | जहां तांत्रिक ने बीमारी का कारण परिवादी व उसकी जेठानी को बताया और कहा कि यह दोनों महिलाएं डायन हैं और सब इनकी वजह से हो रहा है और कहा कि जब तक यह दोनों गांव में रहेंगी बीमारी फैलती जाएगी  |

 

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इस बात को लेकर महिलाओं को पिछले चार -पांच माह से प्रताड़ित किया जा रहा है और गांव छोड़ने पर मजबूर कर रहे हैं | साथ ही  जमीन बेचकर पैसा वसूलने की भी धमकी दे रहे हैं |

वहीं परिवादी ने बताया कि 30 अप्रैल को आशाराम व रमेश ने मजदूरी से लौट रहे उसके पति पर हमला कर घायल भी किया | महिला के परिवाद पर न्यायालय ने मामला दर्ज करने के आदेश दिए |

पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है | वहीं इससे पूर्व पीड़ित महिला ने थाने से लेकर एसपी के चक्कर लगाए पर मामला दर्ज नहीं किया गया जिस पर पीड़िता को न्यायालय की शरण लेनी पड़ी है |

 

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