डीएम और आईजी का नाम तक नहीं बता पाए पुलिसकर्मी, एडीजी ने लगाई जमकर फटकार

रिपोर्ट- दिलीप कटियार

फर्रूखाबादः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सूबे में 112 सेवा लांच कर हाईटक होने का दावा जरूर कर रही हो, जबकि जमीनी हकीकत इसके उल्ट है. शनिवार को कानपुर मंडल एडीजी प्रेम प्रकाश समाधान दिवस के मौके पर जनपद फर्रुखाबाद पहुंचे थे. थाना राजेपुर में जनसुनवाई के बाद पुलिसकर्मियों से एडीजी ने आईजी और डीएम के नाम पूछे तो वह जवाब नहीं दे सके. यह देख एडीजी ने नाराजगी जाहिर की.उन्होंने राजेपुर थानाध्यक्ष से कहा कि अगली बार अगर थाने में यह हाल मिल गया तो देखना तुम्हारा क्या हाल बनाता हूं।

शनिवार को कानपुर मंडल एडीजी प्रेम प्रकाश समाधान दिवस के मौके पर जनपद फर्रुखाबाद पहुंच गए. थाना राजेपुर में जनसुनवाई के बाद उन्होंने अपराध रजिस्टर को चेक किया. जिसमें आईजी जोन का नाम गलत व एडीजी का नाम गायब मिला. इस पर अचानक एडीजी ने बीट सिपाही से लेकर चौकी प्रभारी से आईजी, एसपी, डीएम के नाम के बारे में पूछताछ की. जिस पर पुलिसकर्मी असहज हो गए और जवाब नहीं दे सके.इतना ही नहीं एडीजी ने बीट सिपाहियों से हिस्ट्रीशीटरों की संख्या व कुछ सक्रिय बदमाशों के नाम को जानने का प्रयास किया।

लेकिन जवाब सही नहीं मिलने पर वह असंतुष्ट हो गए. इस बीच दरोगा संजय यादव से पिस्टल खोलने को कहा तो घबराहट में सिपाही से पिस्टल जमीन पर गिर गई. जिस पर एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि पिस्टल खोलना आता भी है या सिर्फ लगाकर चल देते हो. इस दौरान उन्होंने राजेपुर थानाध्यक्ष जयंती प्रसाद गंगवार समेत पुलिसकर्मियों को जमकर फटकार भी लगाई.पुलिस के हालात देख इस बात का साफ़ अंदाजा लगाया जा सकता है की थानों में चल रही पुलिसिंग की ब्यबस्था राम भरोसे ही है ।

और अपराधियों से निपटना तो दूर अपने पास हथियारों को सुरक्षित रखना भी इनके लिए मुश्किल का बना हुआ है बही पुरे मामले पर एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया की सिपाहियों की जानकारी के आभाव में सुपर बईजरी अधिकारी दोषी है जानकारी नहीं ली जाती है लेकिन आगे इनको निरंतर अभ्यास की जरूरत है जल्दी ही समस्या का समाधान किया जायेगा और इनकी ट्रेनिंग को निरंतर कराया जाना सुनिश्चित किया जायेगा।

LIVE TV