ट्रंप ने खाई कसम, इस बड़ी समस्या को ‘बेहद मजबूती’ से निपटाएंगे

ट्रंप ने खाई कसमवाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को उत्तर कोरिया से ‘बेहद मजबूती से’ निपटने का प्रण लिया। उन्होंने उत्तर कोरिया को एक ‘बड़ी, बहुत बड़ी समस्या’ बताया। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, ट्रंप ने अमेरिका की यात्रा पर आए कनाडा के प्रधानमंत्री के साथ साझा प्रेस कांफ्रेस में रविवार को उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण के संदर्भ में यह बात कही। लेकिन, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि वह उत्तर कोरिया को लेकर क्या कदम उठाने जा रहे हैं।

ट्रंप ने अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के समक्ष उपस्थित चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर कहा, “पूरे मध्य पूर्व में समस्याएं हैं। हम जहां भी देखें, दुनिया के हर कोने में समस्याएं हैं।”

सोमवार को पेंटागन ने सख्ती से उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण की निंदा की और कहा कि अमेरिका अपने नागरिकों को खतरों से बचाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।

अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता जेफ डेविस ने कहा, “उत्तरी अमेरिका की हवाई क्षेत्र सुरक्षा कमान ने यह स्पष्ट किया है कि मिसाइल लांच से उत्तरी अमेरिका को खतरा नहीं है। हम अपने सहयोगियों जापान और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं कि यह उनके लिए भी खतरा न हो।”

शनिवार को ट्रंप ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के अमेरिकी यात्रा के दौरान फ्लोरिडा में साझा प्रेस कांफ्रेस में कहा था कि अमेरिका, सदैव जापान के साथ है।

ट्रंप ने कहा, “मैं चाहता हूं कि सब यह समझ जाएं कि अमेरिका और जापान शत-प्रतिशत एक साथ हैं।”

उत्तर कोरिया की समाचार एजेंसी केसीएनए के अनुसार, उत्तर कोरिया ने दावा किया कि उसने सतह से सतह पर मार करने वाली मध्यम दूरी की मिसाइल पुकगुकसॉन्ग-2 का सफल परीक्षण किया है और परीक्षण का नेतृत्व उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग उन ने किया।

सोमवार सुबह, संयुक्त राष्ट्र के महासचीव एंटोनियो गुटेरेस ने अपने बयान में कहा था कि वह उत्तर कोरिया के इस परीक्षण की घोर निंदा करते हैं। इस प्रकार की कार्रवाई करना (संयुक्त राष्ट्र) सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का परेशान करने वाला उल्लंघन है।

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