मिल गया बिहार टॉपर गणेश को बचने का रास्ता, मोदी ने खुद दिया साथ!
पटना। बिहार बोर्ड की बारहवीं कक्षा के संगीत विषय में टॉप करने वाले टॉपर गणेश कुमार की उम्र और ज्ञान को लेकर काफी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। मामला इतना बढ़ गया कि गणेश को उम्र छिपाकर परीक्षा देने के आरोप में जेल भेज दिया गया है। इतना ही नहीं टॉपर गणेश को लेकर राजनीति भी शुरू हो चुकी है। बीजेपी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि नीतीश कुमार का ये कैसा सुशासन है। कम उम्र बता कर शिक्षा लेने वाले को जेल क्यों भेजा जा रहा है।
सुशील मोदी ने कहा “शपथ-पत्र के अनुसार लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप की उम्र “25” वर्ष छोटे बेटे तेजस्वी की उम्र “26” वर्ष, जब छोटा भाई बड़े भाई से उम्र में ज्यादा हो सकता है और सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है फिर गणेश टॉपर पर उम्र छुपाने के आरोप में कार्रवाई क्यों?
नीतीश कुमार का ये कैसा सुशासन : शपथ-पत्र के अनुसार लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप की उम्र "25" वर्ष छोटे बेटे तेजस्वी की उम्र "26" वर्ष pic.twitter.com/nIGopFxAUr
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) June 4, 2017
जब छोटा भाई बड़े भाई से उम्र में ज्यादा हो सकता है फिर भी सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है फिर गणेश पर उम्र छुपाने पर कार्रवाई क्यों?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) June 4, 2017
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वहीं दूसरी ओर जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और सांसद पप्पू यादव कहा कि उम्र के घालमेल में गणेश को जेल तो तेजप्रताप और तेजस्वी को सिंहासन कैसे? उन्होंने सवाल किया कि उम्र छुपाने-घटाने पर अकेले गणेश को जेल क्यों?
पप्पू यादव ने आगे कहा कि यह प्रमाणित है कि लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव ने भी चुनाव लड़ने के लिए उम्र में घालमेल किया है।
आखिर यह कैसे हो सकता है कि बड़े बेटे की उम्र छोटे से कम हो जाये। या तो बड़े बेटे ने उम्र कम कर के लिखवायी है या छोटे ने अपनी वास्तविक उम्र को बढ़ाकर दिखाया है। तो फिर उनपर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है?
पप्पू यादव ने कहा कि इस मामले पर उनकी पार्टी सोमवार 5 जून को सभी यूनिवर्सिटी-कालेज और छह जून को जिलों के सभी डीईओ ऑफिस में तालाबंदी करेगी। गलती सरकार की,तो फिर पैसा छात्र क्यों देंगे? गलती आप करें, हर्जाना हम क्यों भरें?
आपको बता दें कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने ये साफ तौर पर कहा है कि गणेश की कॉपी जांचने में बोर्ड से कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। गणेश ने उम्र छिपाकर बोर्ड को धोखा दिया है। इसलिए उसके उपर एफआइआर दर्ज कर जेल भेजा गया है।