दिल्ली को दहलाना चाहता था जैश, साजिश नाकाम

नई दिल्ली | पुलिस ने बुधवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के तीन संदिग्धों को गिरफ्तार कर दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। पाकिस्तान के इस आतंकवादी गिरोह से ताल्लुक रखने के शक में 10 लोगों को हिरासत में लेकर उनसे भी पूछताछ की जा रही है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रितेश सिंह ने तीनों संदिग्धों मोहम्मद साजिद, शाकिर अंसारी तथा समीर को 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

इनके पास से एक आईईडी, 11 बैट्री, छह सूखी बैट्री, तीन पाइप तथा 250 ग्राम विस्फोटक पाउडर बरामद किया गया, जिनका इस्तेमाल बम बनाने में किया जाना था।विशेष पुलिस आयुक्त (स्पेशल सेल) अरविंद दीप ने कहा कि जैश से संभावित संबंधों और आतंकवादियों को साजो-सामान मुहैया कराने को लेकर 10 और लोगों से पूछताछ की जा रही है।

जैश-ए-मुहम्मद

जैश-ए-मुहम्मद की साजिश हुई नाकाम

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादी मॉडयूल सक्रिय था और दिल्ली और  एनसीआर में संवेदनशील तथा माल जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों को निशाना बनाने की साजिश कर रहा था। पुलिस ने कहा कि मॉडयूल पर दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा द्वारा खुफिया ब्यूरो (आईबी) की मदद से बीते छह महीने से बारीकी से निगाह रखी जा रही थी। दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश में मंगलवार को अलग-अलग छापेमारी के बाद इसका पर्दाफाश हुआ।

एक पुलिस अधिकारी ने पहचान न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि संदिग्धों ने इस बात की स्वीकार किया है कि उन्होंने इंटरनेट की मदद से आईईडी बनाना सीखा। पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे अब ज्यादा से ज्यादा उपकरण जुटाने तथा अपनी योजना को अंजाम देने में लगे थे।

गिरफ्तार लोगों में पेशे से सिलाई का काम करने वाले 20 वर्षीय साजिद के बारे में कहा जा रहा है कि वह एक वांछित आतंकवादी है और कुछ समय पहले बम बनाते समय उसका एक हाथ जल गया था। साजिद को पूर्वी दिल्ली के गोकुलपुरी के चांदबाग से गिरफ्तार किया गया। पुलिस का मानना है कि साजिद उस वक्त बम बना रहा था, जिस दौरान दुर्घटना होने से उसका एक हाथ जल गया।

पुलिस अधिकारी ने कहा, “शाकिर मुख्य आरोपी है और मॉडयूल का सरगना भी। वह पाकिस्तान में जैश-ए-मुहम्मद के अपने आकाओं से लगातार संपर्क में था और आगामी दिनों में पाकिस्तान जाने की योजना बना रहा था।”

शाकिर को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया। उसे गिरफ्तार करने में राज्य के आतंकवाद रोधी दल ने भी मदद की। समीर को गाजियाबाद के लोनी से पकड़ा गया। शाकिर और समीर का संबंध पठानकोट वायुसेना अड्डे के लिए जिम्मेदार जैश-ए-मुहम्मद से बताया जा रहा है।

पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार तीन लोग तथा 10 अन्य एक दूसरे को जानते हैं और व्हाट्स एप के माध्यम से एक दूसरे के संपर्क में थे। विशेष आयुक्त दीप ने कहा, “उन्होंने कई बार बैठकें की। हाल में उन्होंने साजिद के घर 20 दिसंबर को बैठक की थी।” उन्होंने कहा कि सभी संदिग्ध आतंकवादी दिल्ली के विभिन्न जगहों पर रह चुके हैं।

विशेष पुलिस आयुक्त ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों की उम्र 30 साल से कम है। उन्होंने कहा, “कुछ दिल्ली के स्थाई बाशिंदे हैं, जबकि कुछ पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।”

 

 

 

 

 

 

 

 

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