जिला अस्पताल में हो रहा टॉर्च की रोशनी में मरीजों का इलाज, अँधेरे में लगाए जा रहे टांके !

रिपोर्ट – विवेक दुबे

इटावा : प्रदेश में अव्वल स्थान प्राप्त ज़िला अस्पताल की खुली पोल, लाइट न होने के चलते नहीं चल रहे जनरेटर, मोबाइल की रोशनी में इमरजेंसी में घायलों को लगाये जा रहे टांके |

आज सुबह से हो रही बारिश के चलते बिजली विभाग शहर में बिजली की आपूर्ति ठीक तरह से नहीं कर सका | सुबह से कई बार बिजली लंबे समय के लिए गायब रही | जिसका सीधा असर ज़िला अस्पताल में देखने को मिला |

लाइट न आने के कारण इमरजेंसी जैसी जगह प्रभावित रही |जहां शाम के समय करीब 6 बजे ज़िला अस्पताल में इकदिल थाने से दो सगे भाई राहुल और सुनील मारपीट के मामले में घायल अवस्था मे ज़िला अस्पताल लाये गये थे |

लेकिन उस वक़्त पूरी इमरजेंसी में अंधेरा पड़ा था | चूंकि सुबह से आज बारिश हो रही थी | इस कारण ओर अंधेरा छाया हुआ था लेकिन वहां मौजूद डॉक्टर इमरजेंसी में वार्डबॉय की मदद से घायल भाइयो के अपनी मोबाइल की रोशनी में अंधेरे में ही टांके लगाने जुट गए |

 

जंगल में शव मिलने से इलाके में फैली सनसनी, युवक ने पेड़ से लटक कर की आत्महत्या !

 

जब वहां मौजूद डॉक्टर से पूछा गया कि जनरेटर क्यों नहीं चल रहा है तो उनका जवाब गोलमोल रहा | जब इस बात की भनक सीएमएस को लगी तो वह अपना पल्ला झाड़ते हुए बिजली विभाग को कोसते नज़र आये |

और जब यह पूछा गया कि अस्पताल के इमरजेंसी में मोबाइल की रोशनी में इलाज करना पड़ रहा है तो साफ झूठ बोलते नज़र आये कि उस वक़्त जनरेटर गर्म होने की वजह से बंद हो गया था क्योंकि जनरेटर सुबह से चल रहा था |

जबकि हकीकत तो यह है कि जनरेटर अस्पताल का चला ही नहीं और इमरजेंसी में डॉक्टर भी ड्यूटी के दौरान परेशान नज़र आए |

 

LIVE TV