जानिए बर्गर के इतिहास के बारे में ,बना था सबसे पहले इस देश में

नई दिल्ली : ‘बर्गर’ का नाम सुनते ही मुंह में पानी आने लगता है। जहां दिमाग में कई चित्र बनते लगते हैं। वहीं ‘बर्गर किंग’ से लेकर ‘मैकडॉनल्ड्स’ तक, रेहड़ी-पटरी पर मिलने वाले चटपटे बर्गर से लेकर अपने आस-पास के बाजारों में मिलने वाले किस्म-किस्म के बर्गर का स्वाद ताजा हो उठता है।

बर्गर

देखा जाये तो ‘बर्गर’ आधुनिक जीवनशैली में फास्ट फूड का ऐसा प्रयाय बन गया है जो घर से बाहर निकलने पर युवाओं से लेकर बच्चों तक की पहली पसंद बन जाता है।

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क्या आपको पता है कि बर्गर का इतिहास करीब दो हजार साल पुराना है और इसे मंगोल तक खाते थे। वह कौन-सा देश है जहां सबसे पहले बर्गर से मिलता-जुलता पकवान बना और इसके बाद धीरे-धीरे कई सफरों को तय करने के बाद ‘बर्गर’ आपके मुंह का स्वाद बन गया।

आइए जानते है ‘बर्गर’ के इतिहास के बारे में –

बता दें की डेविड माइकल्स की किताब ‘द वर्ल्ड इज यॉर बर्गर’ में बर्गर का सांस्कृतिक इतिहास बताया गया है। जहां इस किताब में बताया गया है कि कैसे फूड और एक विचार के तौर पर बर्गर का विकास हुआ।

‘बर्गर’ सबसे पहले रोम में पहली शताब्दी में बना था।यह ‘आइसिसिया ओमेंटेटा’ व्यंजन के तौर पर बनता था। ‘आइसिसिया ओमेंटेटा’ ही ‘हैमबर्गर’ से मिलता-जुलता पहला पकवान था। यह कीमा, काली मिर्च, बादाम और वाइन के साथ ही मछली के सॉर्स में तैयार होता था।

वहीं आधुनिक बर्गर का वास्ता 13वीं शताब्दी पूर्व मंगोलों से भी पड़ा। जहां दिनभर की घुड़सवारी के बाद जब वे सुस्ताते थे तो मांस के टुकड़े से बनी डिश खाते थे। लेकिन 13 वीं और 14वीं शताब्दी में मंगोल विशाल साम्राज्य था।

लेकिन इस साम्राज्य का आरंभ चंगेज खान ने किया और मंगोलों ने यूरेशिया के ज्यादातर हिस्से को जीता। जहां अगली स्लाइड में पढ़ें कैसे लंदन पहुंचा ‘बर्गर’1747 में लंदन पहुंचा था बर्गर।

वहीं पकाने की विधि लगभग प्राचीन ही रही लेकिन कुछ सामग्री बढ़ गई। मैकडॉनल्ड्स भाइयों ने हैमबर्गर बनाया और यह दुनिया की सबसे बड़ी फास्ट फूड चैन बन गई। 1954 में फ्लोरिडा के मयामी में ‘बर्गर किंग’ रेस्टोरेंट की स्थापना हुई। इसे मैकडॉनल्ड्स को चुनौती देने के लिए बनाया गया।

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